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खत से खुलासा: माओवादियों ने रची ‘राजीव गांधी’ जैसी एक और हत्या की साजिश, निशाने पर थे मोदी !

भीमा-कोरेगांव हिंसा में शामिल आरोपी विल्‍सन के दिल्‍ली स्थित फ्लैट से एक पत्र बरामद किया गया। इससे संकेत मिलता है कि वे 'राजीव गांधी हत्‍याकांड' जैसी किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे।

By Ramesh MishraEdited By: Published: Fri, 08 Jun 2018 01:43 PM (IST)Updated: Fri, 08 Jun 2018 06:26 PM (IST)
खत से खुलासा: माओवादियों ने रची ‘राजीव गांधी’ जैसी एक और हत्या की साजिश, निशाने पर थे मोदी !
खत से खुलासा: माओवादियों ने रची ‘राजीव गांधी’ जैसी एक और हत्या की साजिश, निशाने पर थे मोदी !

नई दिल्‍ली [ एएनअाई ]। भीमा-कोरेगांव में इस साल जनवरी में भड़की हिंसा मामले की जांच कर रही पुणे पुलिस ने एक सनसनीखेज खुलासा किया है। पुणे की एक स्‍थानीय अदालत में पुलिस ने कहा कि इस सिलसिले में गिरफ्तार पांच में से एक आरोपी के घर से ऐसा पत्र बरामद हुआ है, जिससे संकेत यह मिलते हैं कि यहां राजीव गांधी की हत्‍या जैसी वारदात को अंजाम देने की साजिश रची गई थी। पुलिस का यह भी दावा है कि  इनके निशाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी थे। 

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पुलिस का कहना है कि यह पत्र भीमा-कोरेगांव हिंसा में शामिल आरोपी विल्‍सन के दिल्‍ली में मुनीरका स्थित डीडीए फ्लैट से बरामद किया गया। इससे संकेत मिलता है कि वे 'राजीव गांधी हत्‍याकांड' जैसी किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में थे। बता दें कि पुलिस ने बुधवार को इस मामले में रोना जैकब विल्सन, सुधीर ढावले, सुरेंद्र गाडलिंग सहित पांच लोगों को गिरफ्तार किया था। विल्‍सन को दिल्‍ली से गिरफ्तार किया गया था, जबकि ढावले को मुंबई से और गाडलिंग, शोमा सेन तथा महेश राउत को नागपुर से गिरफ्तार किया गया था। इनके लिंक प्रतिबंधित कम्‍युनिस्‍ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवाद) से थे।

इन पांचों को भीमा-कोरेगांव में 1 जनवरी, 2018 को भड़की हिंसा से ठीक एक दिन पहले 31 दिसंबर, 2017 को आयोजित यलगार परिषद के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया। उन पर प्रतिबंधित कम्‍युनिस्‍ट पार्टी ऑफ इंडिया (माओवाद) से जुड़े होने और विवादास्‍पद पर्चे बांटने तथा नफरत फैलाने वाले भाषण देने का आरोप है। उन्‍हें पुलिस ने गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया।

पुलिस ने गुरुवार को उन्‍हें यहां अदालत में पेश किया, जहां से उन्‍हें 14 जून तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। अभियोजक पक्ष की ओर से अदालत में पेश वकील उज्‍जवला पवार ने कहा कि विल्‍सन के घर से जो चिट्ठी मिली है, उसमें लिखा है कि M-4 रायफल और हथियार खरीदने के लिए आठ करोड़ रुपये की जरूरत है। इसमें 'राजीव गांधी हत्‍याकांड' जैसी वारदात का भी जिक्र किया गया है। गुरुवार को ही ज्‍वाइंट पुलिस कमीश्‍नर रवींद्र कदम ने संवाददाताओं से कहा था कि विल्सन के घर से कथित तौर पर बरामद पत्र सीपीआई (माओवादी) से जुड़े मिलिंद तेलतुम्‍बडे ने भेजा था।

छापेमारी में मिली चिट्ठी के बाद सच आया सामने!

पुलिस सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि जब्‍त पत्र में लिखा है कि 'मोदी ने 15 से अधिक राज्‍यों में भाजपा की सरकार बनवाई और अगर इसी तरह जारी रहा तो इससे माओवादी पार्टी के लिए मुश्किलें खड़ी होनी शुरू हो जाएंगी... वे राजीव गांधी जैसी घटना को दोहराने के बारे में सोच रहे हैं... उनके रोड शो को निशाना बनाना प्रभावी रणनीति होगी।'

हालांकि पुलिस ने अपने बयान में पीएम मोदी का नाम लिए बगैर एक ईमेल का जिक्र किया, जिसके मुताबिक, 'हम राजीव गांधी जैसी एक और घटना के बारे में सोच रहे हैं। यह आत्‍मघाती हो सकता है और ऐसा भी संभव है कि हम फेल हो जाएं, लेकिन पार्टी को हमारे प्रस्‍ताव पर विचार करना चाहिए।' उन्‍होंने जज एएस भलसारे की अदालत में कहा कि जब्‍त किए गए दस्‍तावेजों से यह भी जाहिर होता है कि 'कामरेड्स' यलगार परिषद (नक्‍सलियों द्वारा वित्‍त पोषित) के लिए पिछले दो महीने से तैयारी कर रहे थे।


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