आइपीएल में ही क्यों होती हैं ऐसी घटनाएं: कीर्ति
आईपीएल मे उठ रहे एक के बाद एक विवाद से गुस्साए क्रिकेट से राजनीति मे उतरे भारतीय जनता पार्टी के सांसद कीर्ति आजाद रविवार को दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान मे अनशन शुरू कर दिया है। उन्होने कहा कि जब तक आईपीएल मे साफ सुथरा खेल नही खेला जाता है तब तक वह अपने आमरण अनशन से नही हटेगे।
नई दिल्ली। पूर्व टेस्ट क्रिकेटर और भाजपा सांसद कीर्ति आजाद ने इंडियन प्रीमियर लीग के विवादों और गड़बड़ियों के लिए सरकार, बीसीसीआइ और इस ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट की संचालन परिषद को जिम्मेदार करार देते हुए सवाल उठाए कि आखिर पारदर्शिता और जवाबदेही कहां है। हाल में हुए विवादों से क्रिकेट की धूमिल होती छवि से चिंतित आजाद रविवार को कोटला स्टेडियम के बाहर एक दिन के अनशन पर बैठे।
आजाद ने कहा, 'मुझे आइपीएल से आपत्ति नहीं है, लेकिन इसेचलाने के तरीके से आपत्ति है। आखिर टेस्ट, वनडे, रणजी या अन्य तरह की क्रिकेट में इस तरह घटनाएं क्यों नहीं होती। आइपीएल में ही ऐसी घटनाएं क्यों होती हैं। मेरा सवाल है, क्या इसमें पारदर्शिता नहीं होनी चाहिए। खेलों में बहुत अधिक राजनीति हो रही है। इस खेल में खिलाड़ी ही पारदर्शिता ला सकते हैं राजनेता नहीं।' भारत की 1983 की विश्व चैंपियन टीम के सदस्य रहे आजाद ने कहा, 'मैं पूछना चाहता हूं कि आइपीएल में धन का स्रोत क्या है। काला धन आया, धन की हेराफेरी हुई। इस सब पर दो अगस्त, 2011 को वित्त मंत्रालय की स्थाई समिति ने रिपोर्ट दी थी। मैं सरकार और वित्त मंत्री से पूछना चाहता हूं कि उस जांच का क्या हुआ। क्या जवाबदेही नाम की कोई चीज ही नहीं है।' उन्होंने कहा कि आइपीएल में हाल में स्पॉट फिक्सिंग, लड़कियों से छेड़छाड़, हाथापाई आदि घटनाओं से बीसीसीआइ और संचालन परिषद पल्ला नहीं झाड़ सकती।
उन्होंने कहा, 'क्या फ्रेंचाइजी आइपीएल की नहीं है और क्या आइपीएल बीसीसीआइ का बच्च नहीं है। वे [बोर्ड और संचालन परिषद] कैसे कह सकते हैं कि जो कुछ हुआ, उसके लिए वे जिम्मेदार नहीं है। जब इस तरह के तमाशे होते हैं तो हमारा सिर शर्म से झुक जाता है।' उन्होंने कहा कि वह सोमवार को स्पॉट फिक्सिंग का मसला शून्यकाल में संसद में भी उठाएंगे।
भज्जी पर लगना चाहिए था आजीवन प्रतिबंध
नई दिल्ली। पूर्व टेस्ट क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने आइपीएल केबहुचर्चित थप्पड़ प्रकरण का जिक्र करते हुए कहा कि तब संबंधित खिलाड़ी पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए था। उन्होंने हरभजन या एस श्रीसंत का नाम नहीं लिया, लेकिन कहा कि तब कड़ी कार्रवाई नहीं करने के कारण क्रिकेट में इस तरह की घटनाएं बढ़ीं। उन्होंने कहा, 'पहले आइपीएल में एक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर [हरभजन] ने दूसरे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर [श्रीसंत] को थप्पड़ मार दिया था। उन्होंने [आइपीएल] कहा था कि हमने उस पर प्रतिबंध लगा दिया। उस पर आजीवन प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए था।'
सिंधिया ने किया बचाव
ग्वालियर। आइपीएल को लेकर चल रहे विवादों के बीच केंद्रीय उद्योग एवं वाणिज्य राज्य मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस ट्वेंटी-20 लीग का बचाव किया है। सिंधिया ने कहा कि आइपीएल एकच् अच्छा प्रारूप है और इसमें देश एवं विदेश के मशहूर खिलाड़ी खेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसके जरिए नई-नई प्रतिभाएं सामने आई हैं तथा इसे खेल भावना से लेना चाहिए। उन्होंने स्वीकार किया कि कुछ अनियमितताएं और विवाद सामने आए हैं लेकिन बीसीसीआइ ने उन पर कार्रवाई की है।
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