नोटबंदी में कैश जमा करने वाले 87 हजार ने नहीं भरे रिटर्न, 30 जून तक लेने होंगे सभी निर्णय
नोटबंदी के दौरान देशभर में करीब तीन लाख ऐसे लोगों ने अपने बैंक खातों में बड़ी नकदी जमा की थी जो कि रिटर्न तक दाखिल नहीं करते थे।
जागरण संवाददाता, कानपुर। नोटबंदी के दौरान बैंकों में भारी मात्रा में नकदी जमा कराने वाले तीन लाख बैंक खाताधारकों को आयकर विभाग ने कर निर्धारण वर्ष 2017-18 में रिटर्न दाखिल करने का निर्देश दिया था। लेकिन अभी भी 87 हजार खाताधारकों ने अपने रिटर्न दाखिल नहीं किए हैं। आयकर विभाग ने अब कर निर्धारण अधिकारियों को 31 मार्च तक इन सभी मामलों में निर्णय लेने के निर्देश दिए हैं। उन सभी नामों को तलाशा जा रहा है, जिनके रिटर्न दाखिल नहीं हैं।
नोटबंदी के दौरान देशभर में करीब तीन लाख ऐसे लोगों ने अपने बैंक खातों में बड़ी नकदी जमा की थी, जो कि रिटर्न तक दाखिल नहीं करते थे। विभाग ने इन सभी की जानकारी हासिल कर आयकर रिटर्न फाइल करने का नोटिस दिया था। सवा दो वर्ष बाद अब आयकर विभाग ने अपने निर्देश की समीक्षा की तो पाया कि करीब 29 फीसद यानी 87 हजार ने अपने रिटर्न दाखिल ही नहीं किए। अब ऐसे लोगों के खिलाफ आयकर विभाग ने कार्रवाई की प्रक्रिया तैयार कर ली है।
प्रिंसीपल डीजीआइटी सिस्टम ने कर निर्धारण अधिकारियों को उनके पते, बैंक खाता नंबर, ट्रांजेक्शन आदि की जानकारी दे दी है।विभाग ने गत मंगलवार को आदेश जारी कर साफ किया है कि यदि कोई व्यक्ति रिटर्न दाखिल करने में असफल रहा है तो कर निर्धारण अधिकारी अपने स्तर से, बेहतर कर निर्धारण करें। साथ ही हर हाल में 30 जून तक अंतिम फैसला ले लें।