40 साल से ज्यादा उम्र की अकेली महिलाओं के घर आई खुशियां, गोद मिले बच्चे
महिला व बाल विकास मंत्रालय की पहल के बाद 40 साल से ज्यादा उम्र की 70 फीसद अकेली महिलाओं को बच्चा गोद दे दिया गया है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। महिला व बाल विकास मंत्रालय की पहल के बाद 40 साल से ज्यादा उम्र की 70 फीसद अकेली महिलाओं को बच्चा गोद दे दिया गया है।मंत्रालय ने हाल ही में नियम संशोधित किया था, जिसके तहत बच्चा गोद लेने के लिए पंजीकृत दंपतियों पर ऐसी महिलाओं को तरजीह दी जा रही है जो अकेली हैं और जिनकी आर्थिक स्थिति मजबूत है।
40 साल से ज्यादा उम्र की 70 फीसद अकेली महिलाओं को मिले बच्चे
चाइल्ड एडप्टेशन रिसोर्स अथॉरिटी (कारा) के पास 817 ऐसी महिलाएं पंजीकृत हैं जो अकेली हैं। इनमें से 457 की उम्र 40 से ज्यादा है। महिला व बाल विकास विभाग के सचिव राकेश श्रीवास्तव का कहना है कि इनमें से 314 महिलाओं को बच्चा गोद दे दिया गया है। उनका कहना है कि आम तौर पर बच्चा गोद लेने के लिए एक साल तक इंतजार करना होता है, लेकिन 40 साल से ज्यादा की अकेली महिलाओं के मामले में यह समय छह माह कर दिया गया है।
कारा में पंजीकृत हैं 18 हजार लोग, बच्चों की तादाद 18 सौ से भी कम
महकमे के पास 18 हजार लोग पंजीकृत हैं और बच्चों की तादाद 18 सौ से भी कम है। माना जा रहा है कि 40 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को तरजीह देने से बाकियों के केस पर प्रतिकूल असर पड़ेगा, क्योंकि उन्हें ज्यादा लंबे समय तक इंतजार करना पड़ेगा। कारा के सीईओ ले. कर्नल (सेवानिवृत) दीपक कुमार का कहना है कि इन लोगों की परेशानी को दूर करने के लिए मंत्रालय गोद लेने की प्रक्रिया पर मार्च में फिर से विचार करेगा और नियमों में जरूरी बदलाव किया जा सकता है। सूत्रों का कहना है कि नियमों में बदलाव करते समय माना गया है कि 40 से ज्यादा उम्र की अकेली महिला को सहारे की जरूरत औरों से कहीं ज्यादा होती है।
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