जम्मू-कश्मीर में आतंकी घटनाओं में आई 60% की कमी, डेढ़ महीने से नहीं हुई पथराव की एक भी घटना
जम्मू कश्मीर में डेढ़ माह की अवधि में आतंकियों के साथ मुठभेड़ या मारे गए आतंकियों को दफनाने के दौरान पथराव की कोई घटना नहीं घटी।
प्रेट्र, जम्मू। जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक दिलबाग सिंह ने कहा कि राज्य में बीते डेढ़ महीनों में पिछले साल इसी अवधि की तुलना में आतंकी हिंसा में 60 प्रतिशत की कमी आई है। शुक्रवार को दिल्ली में दिलबाग सिंह ने यह जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्यमंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह को दी। इस दौरान डीजीपी ने गृहमंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर राज्य के सुरक्षा परिदृश्य पर बातचीत की।
डीजीपी ने मंत्री को बताया कि डेढ़ माह की अवधि में आतंकियों के साथ मुठभेड़ की जगहों पर या मारे गए आतंकियों को दफनाने के दौरान पथराव की कोई घटना या कानून व्यवस्था से संबंधित कोई बड़ी घटना नहीं घटी। 13 फरवरी तक 20 आतंकियों को मार गिराया गया और चार को गिरफ्तार कर लिया गया। इस दौरान डॉ. जितेंद्र सिंह ने हालात सुचारु बनाने में जुटे सुरक्षाबलों की सराहना भी की।
पुलवामा हमले की पहली बरसी पर ग्रेनेड के साथ 4 छात्र धरे
जैश-ए-मुहम्मद अब श्रीनगर में बच्चों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा है। जैश की इस साजिश को शुक्रवार पुलिस ने नाकाम बनाते हुए चार छात्रों को पकड़ लिया। ये श्रीनगर शहर में ग्रेनेड हमलों को अंजाम देने का मौका तलाश रहे थे।
सूत्रों ने बताया कि पकड़े गए छात्रों में दो 12वीं, एक 10वीं में पढ़ता है। तीन छात्र श्रीनगर के रहने वाले हैं। वहीं, मूल रूप से शोपियां का रहने वाला चौथा छात्र इन दिनों में श्रीनगर में पढ़ाई कर रहा था। इनके पास से एक ग्रेनेड भी मिला है। यह पुलवामा हमले की पहली बरसी पर जैश के इशारे पर ग्रेनेड हमला करने वाले थे।
चारों दोपहर इकबाल पार्क के पास एसओजी ऑफिस के पास नाके पर विशेष सूचना पर पकड़े गए। इन्होंने जैश द्वारा बरगलाए कुछ और लड़कों के बारे में अहम जानकारियां दी हैं। इनके परिजनों को सूचित करने के साथ पुलिस ने इनकी काउंसिलिंग की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।