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Global University Rankings: लिस्‍ट में 56 भारतीय संस्‍थानों के नाम, लेकिन टॉप 300 में नदारद

2018 में 49 संस्‍थानों को विश्‍व संस्‍थानों की रैंकिंग में जगह मिली थी जो इस बार बढ़कर 56 हो गई लेकिन टॉप 300 यूनिवर्सिटी में एक भी भारतीय यूनिवर्सिटी नहीं है।

By Monika MinalEdited By: Published: Thu, 12 Sep 2019 04:58 PM (IST)Updated: Thu, 12 Sep 2019 05:02 PM (IST)
Global University Rankings: लिस्‍ट में 56 भारतीय संस्‍थानों के नाम, लेकिन टॉप 300 में नदारद
Global University Rankings: लिस्‍ट में 56 भारतीय संस्‍थानों के नाम, लेकिन टॉप 300 में नदारद

लंदन, प्रेट्र। वैश्‍विक संस्‍थानों की रैंकिंग में जहां भारतीय संस्‍थानों की संख्‍या में इजाफा हुआ वहीं इस बार टॉप 300 यूनिवर्सिटी में से इसका नाम नदारद है। वर्ष 2012 के बाद ऐसा पहली बार हुआ है जब इस रैंकिंग से भारतीय यूनिवर्सिटी नदारद है। यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्‍सफोर्ड पिछले चार सालों से ग्‍लोबल रैंकिंग में पहले पायदान पर बनी हुई है। इस साल भी विश्व रैंकिंग में ऑक्‍सफोर्ड टॉप पर है।

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इस रैंकिंग में भारतीय यूनिवर्सिटी की संख्‍या 49 से बढ़कर 56 हो गई है। कुल मिलाकर इस साल के टाइम्‍स हायर एजुकेशन वर्ल्‍ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में पिछले वर्ष की तुलना में भारतीय यूनिवर्सिटी की संख्‍या में इजाफा हुआ है।

भारत के टॉप रैंक की यूनिवर्सिटी बेंगलुरु की इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ साइंस (IISc) ने टॉप 350 (301-350) में अपनी जगह बनाई जो पहले 251-350 के बीच थी। आईआईटी दिल्ली, आईआईटी खड़गपुर और जामिया मिलिया के साथ कुछ अन्‍य संस्‍थानों की रैंकिंग में सुधार देखी गई। टाइम्स हायर एजुकेशन की वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2020 में इस साल टॉप 500 यूनिवर्सिटी में भारत की छह यूनिवर्सिटी को जगह मिली है।

इस साल 92 देशों की कुल 1,300 यूनिवर्सिटी ने ग्लोबल रैंकिंग में हिस्सा लिया। शैक्षणिक संस्‍थानों के प्रदर्शन और उनके शैक्षणिक स्‍तर समेत कई दृष्‍टिकोण के आधार पर ग्‍लोबल रैंकिंग में उनकी रैंक तय की जाती है।

इस क्षेत्र में रोपड़ का नया संस्‍थान इंडियन इंस्‍टीट्यूट ऑफ टेक्‍नोलॉजी ने भी अच्‍छी एंट्री की और टॉप के 350 संस्‍थानों में अपना नाम दर्ज करा लिया।

THE रैंकिंग एडिटर एली बॉथवेल ने बताया, 'तेजी से बढ़ती युवा आबादी और अर्थव्यवस्था एवं अंग्रेजी भाषा के निर्देश माध्यम के तौर पर इस्तेमाल को देखते हुए वैश्विक उच्चतर शिक्षा में भारत की काफी संभावनाएं हैं। लेकिन यह देखना निराशाजनक है कि इस साल देश को टॉप 300 रैंकिंग में जगह नहीं मिली है। सिर्फ कुछ ही संस्थानों ने प्रगति दर्ज कराई है। भारत सरकार अपनी टॉप यूनिवर्सिटियों की ग्लोबल रैंकिंग में सुधार को लेकर ठोस इरादे दिखा जा चुकी है। इसके लिए जरूरी है कि बढ़ती हुई वैश्विक प्रतियोगिता के बीच उच्च स्तरीय निवेश किया जाए।'

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