Move to Jagran APP

मणिपुर, उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 5.5 की रही तीव्रता

गुवाहाटी और असम के अन्य हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए।

By Nitin AroraEdited By: Published: Tue, 26 May 2020 08:59 AM (IST)Updated: Tue, 26 May 2020 08:59 AM (IST)
मणिपुर, उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 5.5 की रही तीव्रता
मणिपुर, उत्तर-पूर्व के कुछ हिस्सों में महसूस किए गए भूकंप के झटके, 5.5 की रही तीव्रता

मोइरांग(मणिपुर), एएनआइ। रिक्टर स्केल पर 5.5 की तीव्रता वाले भूकंप से सोमवार रात को मणिपुर और पूर्वोत्तर भारत के कुछ हिस्सों में झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (NCS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र मोइरांग से 15 किलोमीटर पश्चिम में रहा। गुवाहाटी और असम के अन्य हिस्सों में भी झटके महसूस किए गए।

loksabha election banner

हाल ही में कुछ दिन पहले भी उत्‍तर-पूर्वी राज्‍य मणिपुर में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। उस दौरान नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, मणिपुर के पूर्व उखरुल के 43 किमी में सुबह रिक्टर स्केल पर 3.6 की तीव्रता पर भूकंप आया। भूकंप ऐसे समय पर आया, जब लोग गहरी नींद में थे। इसके बावजूद जब कंपन्‍न महसूस हुआ, तो काफी लोग घरों से बाहर निकल आए। भूकंप से किसी तरह के जानमाल के नुकसान की जानकारी नहीं मिली थी।

क्यों आता है भूकंप?

धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी हुई है, इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत, वर्गों में बंटी हुई है, जिन्हें टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह से हिलती रहती हैं लेकिन जब ये बहुत ज्यादा हिल जाती हैं, तो भूकंप आ जाता है। ये प्लेट्स क्षैतिज और ऊर्ध्वाधर, दोनों ही तरह से अपनी जगह से हिल सकती हैं। इसके बाद वे अपनी जगह तलाशती हैं और ऐसे में एक प्लेट दूसरी के नीचे आ जाती है।

क्यों टकराती हैं प्लेटें?

दरअसल ये प्लेंटे बेहद धीरे-धीरे घूमती रहती हैं। इस प्रकार ये हर साल 4-5 मिमी अपने स्थान से खिसक जाती हैं। कोई प्लेट दूसरी प्लेट के निकट जाती है तो कोई दूर हो जाती है। ऐसे में कभी-कभी ये टकरा भी जाती हैं।

भूंकप के केंद्र और तीव्रता का क्या मतलब है?

भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से भूगर्भीय ऊर्जा निकलती है। इस स्थान पर भूकंप का कंपन ज्यादा होता है। कंपन की आवृत्ति ज्यों-ज्यों दूर होती जाती हैं, इसका प्रभाव कम होता जाता है। फिर भी यदि रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है। लेकिन यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि भूकंपीय आवृत्ति ऊपर की तरफ है या दायरे में। यदि कंपन की आवृत्ति ऊपर को है तो कम क्षेत्र प्रभावित होगा।

भूकंप की गहराई से क्या मतलब है?

मतलब साफ है कि हलचल कितनी गहराई पर हुई है। भूकंप की गहराई जितनी ज्यादा होगी सतह पर उसकी तीव्रता उतनी ही कम महसूस होगी।

कौन से भूकंप खतरनाक होते हैं?

रिक्टर स्केल पर आमतौर पर 5 तक की तीव्रता वाले भूकंप खतरनाक नहीं होते हैं, लेकिन यह क्षेत्र की संरचना पर निर्भर करता है। यदि भूकंप का केंद्र नदी का तट पर हो और वहां भूकंपरोधी तकनीक के बगैर ऊंची इमारतें बनी हों तो 5 की तीव्रता वाला भूकंप भी खतरनाक हो सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.