HoneyTrap Case: आरोपित श्वेता के लॉकर से 47 लाख नकद और और कुछ पैन ड्राइव मिले
बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की एक आरोपित श्वेता विजय जैन के भोपाल स्थित एक लॉकर से पुलिस को 47 लाख रुपये नकद मिले हैं।
राज्य ब्यूरो, भोपाल। मध्य प्रदेश की सियासत से लेकर ब्यूरोक्रेसी में हड़कंप मचाने वाले बहुचर्चित हनी ट्रैप मामले की एक आरोपित श्वेता विजय जैन के भोपाल स्थित एक लॉकर से पुलिस को 47 लाख रुपये नकद मिले हैं। गुरुवार को खोले गए लॉकर में लाखों रुपये मूल्य के जेवर और कुछ पैन ड्राइव भी मिले हैं। गौरतलब है इससे पहले मंगलवार को भी श्वेता के एक लॉकर से साढ़े 13 लाख बरामद किए गए थे।
पैन ड्राइव में कई रसूखदारों की वीडियो रिकॉर्डिग
बताया जाता है कि इन पैन ड्राइव में कई रसूखदारों की वीडियो रिकॉर्डिग हो सकती है, जिनके आधार पर हनी ट्रैप से जुड़ी महिलाएं लोगों को ब्लैकमेल करती थीं। इन पैन ड्राइव को एसआइटी ने अपने कब्जे में ले लिया है। सभी पैन ड्राइव को हैदराबाद फॉरेंसिक लैब में जांच के लिए भेजा जाएगा।
मामले की जांच कर रहे विशेष जांच दल (एसआइटी) के सामने अभी इंदौर के इंजीनियर हरभजन सिंह के अलावा कोई दूसरा फरियादी ऐसा नहीं आया है, जिसने इन महिलाओं के खिलाफ शिकायत की हो। जांच एजेंसी ने महिलाओं से लंबी पूछताछ की है, पर अब तक उन लोगों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी, जिन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा था।
बच्चे को बीमार बताकर श्वेता स्वप्निल जैन ने मांगी अंतरिम जमानत
हनी ट्रैप मामले में आरोपित श्वेता स्वप्निल जैन की तरफ से इंदौर में सेशन कोर्ट में अंतरिम जमानत के लिए आवेदन प्रस्तुत हुआ। इसमें गुहार लगाई कि आरोपित के बच्चे की तबीयत खराब है और सास भी गंभीर बीमारी से पीडि़त है। ऐसी स्थिति में आरोपित को सात दिन की अंतरिम जमानत पर छोड़ा जाए।
अभियोजन की तरफ से एजीपी अभिजीतसिंह राठौर ने जमानत आवेदन पर आपत्ति दर्ज करते हुए तर्क दिया कि अंतरिम जमानत का कोई प्रावधान ही नहीं है। इस पर आरोपित के वकील ने आपत्ति का जवाब देने के लिए समय ले लिया। अब 31 अक्टूबर को सुनवाई होगी। गौरतलब है कि हनी ट्रैप मामले में पुलिस ने छह आरोपितों पर धोखाधड़ी और जालसाजी के आरोपों में केस दर्ज किया है। सभी आरोपित जेल में हैं।