उप्र में भीषण रेल हादसा, 30 की मौत, बेपटरी हुए कलिंग-उत्कल ट्रेन के 12 डिब्बे
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शनिवार शाम हुए भीषण रेल हादसे में तीस से ज्यादा लोग मारे गए जबकि, सौ से ज्यादा घायल हो गए।
जागरण संवाददाता, मुजफ्फरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में शनिवार शाम हुए भीषण रेल हादसे में तीस से ज्यादा लोग मारे गए जबकि, सौ से ज्यादा घायल हो गए। खतौली रेलवे स्टेशन से दो किलोमीटर दूर कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के 12 डिब्बे पटरी से उतर गए। कई एक-दूसरे पर जा चढ़े और एक डिब्बा पास के मकान में घुस गया। तीस लोगों के शव निकाले जा चुके थे। मृतकों की संख्या इससे ज्यादा भी हो सकती है। रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा टीम के साथ रिलीफ ट्रेन से खतौली के लिए रवाना हो गए थे। पुलिस-प्रशासन और एनडीआरएफ की टीम के साथ सेना भी राहत और बचाव कार्य में युद्ध स्तर पर जुट गई थी। उधर, एडीजी कानून व्यवस्था आनंद कुमार ने कहा है कि खतौली में ट्रैक की मरम्मत चल रही थी। प्रारंभिक जांच में स्पीड अधिक होने के कारण हादसे की बात सामने आई है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने हादसे की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने मरने वालों के परिजनों को 3.5 लाख, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार और घायलों को 25 हजार रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है। वहीं उप्र सरकार भी मृतक आश्रितों को दो-दो लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये देगी। हादसे की सूचना मिलने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी स्थानीय प्रशासन से बात कर युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य चलाने और घायल यात्रियों के मुफ्त इलाज सहित हरसंभव मदद उपलब्ध कराने का निर्देश दिया।
मुजफ्फरनगर जिला मुख्यालय से करीब 24 किलोमीटर दूर खतौली रेलवे से गुजरी उत्कल एक्सप्रेस शाम पौने छह बजे पटरी से उतर गई। पुरी से हरिद्वार जा रही इस ट्रेन के इंजन से तीसरा डिब्बा पहले उतरा और उसके बाद पीछे के कई डिब्बे एक-दूसरे पर जा चढ़े। एक डिब्बा पास बने घर में जा घुसा। हादसे के वक्त ट्रेन की रफ्तार काफी ज्यादा थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि तीस से ज्यादा लोगों के शव निकाले जा चुके हैं और सौ से ज्यादा लोग घायल हैं। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक दस लोगों की मौत की पुष्टि की है। घायलों को जिला अस्पताल और मेरठ मेडिकल कॉलेज भेजा गया है।
मैं उत्कल एक्सप्रेस ट्रेन हादसे से आहत हूं। रेल मंत्रालय और उप्र सरकार पीडि़तों को हर तरह की सहायता दे रही है-नरेंद्र मोदी, पीएम।
मैं खुद स्थिति पर नजर रखे हुए हूं। यदि किसी तरह की लापरवाही बरती गई है तो दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी - सुरेश प्रभु, रेल मंत्री।
-मुजफ्फरनगर में बेपटरी हुए कलिंग-उत्कल एक्सप्रेस के 12 डिब्बे, सौ से अधिक घायल
-एक के ऊपर एक चढ़े डिब्बे, पुलिस-प्रशासन और एनडीआरएफ टीम के साथ सेना चला रही राहत और बचाव कार्य
-रेल राज्य मंत्री भी रिलीफ ट्रेन लेकर मौके के लिए रवाना, पहली नजर में तेज रफ्तार दुर्घटना का कारण।
मौके पर पहुंची एटीएस
हादसे के पीछे आतंकी साजिश तो नहीं, इस वजह से यूपी एटीएस की टीम मौके पर जांच के लिए पहुंच गई है। इससे पहले खतौली और इसके आसपास पटरी से छेड़छाड़ होती रही है। कुछ दिन पहले बड़ी संख्या में पेंड्रोल क्लिप निकली मिली थीं।
चालक को नहीं मिला कॉशन
खतौली रेलवे स्टेशन से आगे जहां हादसा हुआ, वहां पटरी पर काम चल रहा था। कुछ प्लेटें कसी जा रही थीं। मौके पर पड़ी मशीनें व लाल कपड़ा काम होने की तस्दीक कर रहे हैं। काम के चलते यहां बहुत धीमी गति से ट्रेन गुजारने के आदेश थे, लेकिन सिग्नल गड़बड़ होने से चालक को कॉशन की सूचना नहीं मिल पाई। इस कारण 100 किलोमीटर से ज्यादा की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन की वजह से पटरी उखड़कर कई मीटर दूर जा गिरी। माना जा रहा है कि इस पटरी की फिश प्लेटें ढीली रही होंगी।
इस साल के बड़े हादसे
-21 जनवरी 2017 : आंध्र प्रदेश स्थित कुनेरू के पास जगदलपुर-भुवनेश्वर हीराखंड एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 40 से ज्यादा की मौत, 68 घायल
-सात मार्च, 2017 : मप्र के जबरी रेलवे स्टेशन के पास भोपाल-उज्जैन पैसेंजर ट्रेन में बम फटा, 10 घायल
-30 मार्च, 2017 : उप्र के महोबा में महाकौशल एक्सप्रेस पटरी से उतरी, 50 से ज्यादा लोग घायल
-15 अप्रैल 2017 : मेरठ-लखनऊ राज्यरानी एक्सप्रेस के आठ डिब्बे उप्र स्थित रामपुर के पास पटरी से उतरे, करीब 10 लोग घायल
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