मणिपुर- नागालैंड सीमा पर दजुको रेंज की आग को बुझाने के लिए 3 और हेलीकॉप्टर लगाए गए
मणिपुर-नागालैंड की सीमा पर स्थित दुजको रेंज के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए तीन और हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। इससे पहले इस आग को बुझाने कि लए एमआई-17 वीएस हेलीकॉप्टर को भेजा गया था। इस मुश्किल घड़ी में अमित शाह करेंगे हरसंभव मदद।
इंफाल, एएनआइ। मणिपुर-नागालैंड की सीमा पर स्थित दुजको रेंज (Dzuko valley) के जंगलों में लगी आग को बुझाने के लिए तीन और हेलीकॉप्टर लगाए गए हैं। इससे पहले इस आग को बुझाने कि लए एमआई-17 वीएस हेलीकॉप्टर (IAF Mi-17 V5 helicopter) को लगाया गया था। इस दौरान सी -130 जे हरक्यूलिस विमान ने गुवाहाटी से दीमापुर तक 48 एनडीआरएफ कर्मियों के साथ 9 टन भार उठाया था। बता दें कि मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने गृह मंत्री अमित शाह इसे बातचीत की थी। मुख्यमंत्री ने बताया कि गृह मंत्री ने घाटी में लगी आग को बुझाने के लिए सभी जरुरी सहायता प्रदान करने का आश्वसन दिया गया है।
नागालैंड की राजधानी तक पहुंची आग
अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए मशहूर मणिपुर-नागालैंड की सीमा पर स्थित दजुको रेंज (Dzukou Range) की जंगलों में भीषण आग कई दिनों से लगी हुई है। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने इस आग के बारे में ट्वीट भी किया था। अपने ट्वीट में उन्होंने इस आग को बेहद दुभाग्यपूर्ण करार दिया था। आग इतनी भयानक है कि नागालैंड की राजधानी कोहिमा में भी यह पहुंच चुकी है। गौरतलब है कि मणिपुर सरकार ने गुरुवार को दजुको रेंज के जंगलों में मंगलवार को लगी आग को बुझान के लिए भारतीय सेना और NDRF की मदद मांगी थी। मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन ने पहले सूचित किया था कि आग मणिपुर की सबसे ऊंची चोटी माउंट इएसएलआइ को पार कर चुकी है।
जैव विविधता को भारी नुकसान
बता दें कि दजुकों घाटी की गिनती मणिपुर में सबसे सुंदर स्थानों में से एक के रूप में होती है। यह घाटी फूलों की घाटी के रूप में भी फेमस है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस आग से वहां की जैव विविधता को भारी नुकसान हुआ है।