जम्मू-कश्मीर में 2जी मोबाइल इंटरनेट सेवा 15 फरवरी तक बढ़ी: गृह सचिव काबरा
गृह सचिव ने बताया कि दो दिन पहले श्रीनगर में मारे गए आइएसजेके के आतंकी भी वीपीएन के जरिए इंटरनेट का दुरुपयोग कर रहे थे।
राज्य ब्यूरो, जम्मू। जम्मू-कश्मीर राज्य प्रशासन ने शुक्रवार को 2जी इंटरनेट सेवा को 15 फरवरी तक बढ़ा दिया है। घाटी में आम लोगों के लिए ब्राडबैंड सेवा को फिलहाल बंद ही रखने का फैसला किया गया है। हालांकि, प्रशासन ने अनुमोदित वेबसाइट की संख्या को बढ़ाकर 481 कर दी है।
सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के बाद फैसला लिया गया- गृह विभाग के प्रधान सचिव
जम्मू-कश्मीर गृह विभाग के प्रधान सचिव शालीन काबरा ने शुक्रवार शाम मोबाइल इंटरनेट सेवा को 15 फरवरी तक बढ़ाने की जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में 2जी इंटरनेट सेवा की बहाली के बाद से पैदा हालात का जायजा लेने और सुरक्षा एजेंसियों की रिपोर्ट के आकलन के बाद ही इसे 15 फरवरी तक जारी रखने का फैसला लिया गया है।
राष्ट्रविरोधी और आतंकी तत्व वीपीएन के जरिए गतिविधियां चला रहे हैं
गृह सचिव ने चिंता जताई कि तमाम सुरक्षा उपायों को लागू किए जाने के बाद असामाजिक, राष्ट्रविरोधी और आतंकी तत्व वीपीएन (वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क) के जरिए गतिविधियां चला रहे हैं। उन्होंने 31 जनवरी को बन टोल प्लाजा में जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकियों के मारे जाने और उनके तीन ओवरग्राउंड वर्करों की गिरफ्तारी का हवाला देते बताया कि आतंकी वीपीएप का इस्तेमाल कर रहे थे।
गृह सचिव ने कहा- आतंकी वीपीएन के जरिए इंटरनेट का दुरुपयोग कर रहे
उन्होंने बताया कि दो दिन पहले श्रीनगर में मारे गए आइएसजेके के आतंकी भी वीपीएन के जरिए इंटरनेट का दुरुपयोग कर रहे थे। प्रताप पार्क में ग्रेनेड हमला करने वाले आतंकी भी वीपीएन के जरिए अपने हैंडलर के साथ संपर्क में थे।
लाल चौक ग्रेनेड हमले में पकड़े गए तीनों आतंकी छात्र
कश्मीर घाटी में सामान्य हालात को बिगाड़ने और अपने जिहादी नेटवर्क को फिर से मजबूत बनाने के लिए आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद अब स्थानीय छात्रों को नया हथियार बना रहा है। इसका पता श्रीनगर के प्रताप पार्क (लाल चौक) में गत रविवार को ग्रेनेड हमला करने वाले तीन आतंकियों की गिरफ्तारी से चला है। पकड़े गए तीनों आतंकी छात्र हैं। इस माड्यूल का सरगना पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री मोहम्मद खलील बंड का भतीजा शकील बंड है। वह ग्रेजुएट है और बीते तीन साल से श्रीनगर में अपने चाचा मोहम्मद खलील बंड को आवंटित सरकारी आवास में रह रहा था। शकील के साथ पकड़े गए दो अन्य आतंकियों के नाम नवीद-उल-लतीफ पडरु और शमशाद मंजूर है।