कोहरे-ठंड से जनजीवन बेहाल, 25 ट्रेनें देर से, पांच के समय में बदलाव
दिल्ली, उप्र, जम्मू-कश्मीर व हरियाणा समेत कई राज्य ठंड के आगोश में गए हैं। ठंड की वजह से आम जनजीवन प्रभावित हैं।
जेएनएन, नई दिल्ली। कोहरे के साथ ही बढ़ी ठंड ने लगभग पूरे उत्तर भारत में कहर बरपाना शुरू कर दिया है। कोहरे से जहां रेल व सड़क यातायात बुरी तरह से प्रभावित हुआ है वहीं अचानक बढ़ी ठंड से लोग ठिठुर रहे हैं। दिल्ली, उप्र, जम्मू-कश्मीर व हरियाणा समेत कई राज्य ठंड के आगोश में हैं।
कोहरे के चलते रेल यात्रियों को होने वाली परेशानी रविवार को भी जारी रही। तीन दर्जन से अधिक ट्रेनें विलंब से पहुंचीं तो डेढ़ दर्जन ट्रेनें री-शेड्यूल की गई। कोहरे की वजह से 24 ट्रेनें देर से 5 ट्रेनों के समय में परिवर्तन, एक ट्रेन रद कर दी गई है।
वादी में तापमान गिरा, जमने लगीं नदी और झीलें
पश्चिमी विक्षोभ की बेरुखी से सूखी ठंड झेल रही वादी में शनिवार रात मौजूदा सर्दियों की सबसे ठंडी रात रही। इस दौरान न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे -4.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। हालांकि रविवार को दिनभर धूप निकली और तापमान सामान्य से लगभग तीन डिग्री ऊपर रहा, लेकिन सुबह अधिकांश नदी-नालों और झीलों के किनारे का पानी पूरी तरह जमा हुआ था।
शिमला से ज्यादा ठंडा हिसार
शिमला से ज्यादा ठंडा हरियाणा का हिसार है। इसकी वजह पहाड़ी इलाकों में हो रही बर्फबारी है। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, 20 दिसंबर तक तापमान पांच से सात डिग्री के बीच बना रहेगा। शनिवार को शिमला का न्यूनतम तापमान 7.2 रहा तो हिसार का 5.6 डिग्री सेल्सियस था। गनीमत यह है कि अधिकतम तापमान में गिरावट न होने से सर्द मौसम की मार कम पड़ रही है। अभी तक यहां अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है, जिसके कारण दिन के समय लोगों को सर्दी से राहत मिल रही है।
बिहार में कोहरे से थोड़ी राहत
उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवा ने गति पकड़ी तो रविवार को पटना समेत राज्य के मौसम में सुधार हुआ। पछुआ के कारण कोहरा छंटा और सुबह से शाम तक धूप निकली। दस दिन बाद अच्छी धूप निकलने पर लोगों ने राहत की सांस ली। उत्तर-पश्चिम से आने वाली हवा धीरे-धीरे गति पकड़ने लगी है। असर मौसम पर देखा जा रहा है। पछुआ के कारण राजधानी समेत पूरे प्रदेश के वातावरण से कोहरे की चादर हट गई है। रविवार को सुबह आठ बजे ही अच्छी धूप निकल गई।
दक्षिण पूर्व रेलवे ने उठाए एहतियाती कदम
ठंड और कोहरे के बीच सुरक्षित ट्रेन संचालन के लिए दक्षिण पूर्व रेलवे ने एहतियाती कदम उठाए हैं। संभावित हादसों को टालने के लिए ट्रेनों की गति को निर्धारित करने के साथ ही चालकों को भी विशेष हिदायत दी गई है। स्वचालित सिग्नलिंग क्षेत्र में ग्रीन सिग्नल पर अधिकतम 60 व डबल येलो सिग्नल पर 30 किमी प्रति घंटे की गति तय की गई है।
मौसम में उतार चढ़ाव जारी, पटरी पर नहीं लौट रही बिगड़ी रेल व्यवस्था