यूपी, बिहार और झारखंड में आंधी-तूफान का कहर, अब तक 46 से अधिक लोगों की मौत
उत्तर प्रदेश, बिहार अौर झारखंड में में गर्मी, आंधी और बारिश में अब तक 46 से अधिक लोगों की मौत हो गई।
नई दिल्ली (जेएनएन)। उत्तर भारत में एक बार फिर मौसम का कहर बरपा है। उत्तर प्रदेश और बिहार में गर्मी, आंधी और बारिश में अब तक 46 से अधिक लोगों की मौत हो गई। खबरों के अनुसार यूपी में गर्मी, वज्रपात और आंधी-पानी के कहर से 15 लोगों की मौत हो गई। बिहार में अब तक 19 लोगों की मौत हुई है। वहीं झारखंड में वज्रपात से 12 और लोगों की मौत हुई है जिसके बाद इन राज्यों में आंधी-बारिश से मरने वालों की कुल संख्या 46 से अधिक हो गई है। वहीं एक अच्छी खबर है कि मानसून केरल में दस्तक दे दिया है। कुछ ही दिनों में देश के अन्य राज्यों में मानसून पहुंच जाएगा।
सुलतानपुर व कानपुर में दो-दो और उन्नाव में चार और रायबरेली में तीन लोगों की मौत हो गई। उन्नाव के सफीपुर में वज्रपात से एक युवक और एक वृद्ध महिला की मौत हो गई। इससे पहले लालगंज में गर्मी से रामश्री की जिला अस्पताल में मौत हो गई।
वहीं, कानपुर के चौबेपुर व शिवराजपुर में वज्रपात से वृद्ध और किशोर की मौत हो गई। सुलतानपुर में हीट स्ट्रोक से दो लोगों की मौत हो गई। वहीं रायबरेली में सोमवार की दोपहर में ग्रामीण क्षेत्रों में आंधी से तीन लोगों की मौत हो गई।
बिहार में कहर बनकर बरसा प्री-मानसून, 17 की मौत
आंधी और ओले के साथ सोमवार देर शाम हुई भारी बारिश के बीच दीवार गिरने एवं वज्रपात से बिहार में 17 लोगों की मौत हो गई। हालांकि आपदा प्रबंधन विभाग को अभी विस्तृत रिपोर्ट की प्रतीक्षा है। संख्या बढ़ सकती है। मौसम वैज्ञानिकों ने इसे प्री-मानसून बारिश बताया है, जिसके लक्षण तीन-चार दिन पहले से बन रहे थे।
तेज हवा के साथ बारिश और वज्रपात के चलते सासाराम, कटिहार, औरंगाबाद, नवादा जिले में दो-दो एवं गया जिले में चार लोगों की मौत हो गई। गांवों में आंधी से सैकड़ों घरों के छप्पर उड़ गए। गया जिले के टिकारी में पॉल्ट्री फार्म की दीवार पलट जाने से एक हजार मुर्गियां दब गईं।
राजगीर में मलमास मेला पर भी असर पड़ा है। कई पंडाल गिर गए हैं। बारिश में कई घरों को भी नुकसान पहुंचा है। जगह-जगह तार टूटने और फॉल्ट आने से बिजली भी गुल हो गई है। राजधानी पटना समेत प्रदेश के दक्षिण-पूर्व के कई जिलों में जमकर बारिश हुई। मौसम विभाग ने पहले ही अलर्ट जारी कर रखा था।
झारखंड में वज्रपात से 12 और मरे
झारखंड में वज्रपात का कहर जारी है। राज्य में 12 और मौतें ठनका गिरने से हो गईं। इससे पूर्व रविवार को ही आठ मौतों की बात सामने आ चुकी थी। इस तरह दो दिनों 20 लोगों की जान वज्रपात ने ली है। रांची और चतरा में सर्वाधिक तीन-तीन लोग मरे हैं। वहीं, मौसम बिगड़ने के बाद राजधानी रांची अस्तव्यस्त हो गई है।
रविवार को ही देर रात तेज आंधी के बाद गिरे पेड़ों से रांची की बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। विभिन्न हिस्सों में आंधी व बारिश के बाद 12 से 18 घंटे तक लगातार बिजली आपूर्ति बाधित रही है। बिजली न होने से रुक्का व गोंदा डैम से शहर में जलापूर्ति नहीं हो पा रही।
निजी मोटर भी नहीं चल पा रहे, इससे पानी के लिए हाहाकार की स्थिति है। उधर रांची में सोमवार को वज्रपात से तीन मौतें हुईं। वहीं चतरा जिले के टीपूटांड़ टोला में रविवार शाम आंधी-पानी के साथ हुए वज्रपात में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई, जबकि दो महिलाएं घायल हो गईं।
मौसम विभाग का अलर्ट
मौसम विभाग द्वारा जारी किए गए अलर्ट में इस बात की आशंका जताई गई है कि अगले 24 घंटों में बिहार के कई हिस्सों में तेज हवाएं चलेंगी और जोरदार बारिश होगी। जिन जिलों को लेकर खास तौर पर अलर्ट जारी किया गया है उनमें मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, वैशाली, पटना, दरभंगा और आसपास के अन्य जिले शामिल हैं। मौसम विभाग ने इस बात की भी आशंका जताई है कि अगले 24 घंटों में आंधी तूफान और बारिश के बीच बिजली गिर सकती है।