22 बार CM हेल्पलाइन पर शिकायत की और अधिकारी सोते रहे, आखिर इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर हो गया हादसा
इंदौर के सुपर कॉरिडोर पर तेज रफ्तार ट्रक ने चौकीदार के परिवार को टक्कर मार दी, जिसमें पत्नी और पोती की मौत हो गई। गुस्साए निवासियों ने चक्का जाम कर आईडीए पर लापरवाही का आरोप लगाया। स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने कई बार शिकायत की, लेकिन अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया है।

इंदौर सुपर कॉरिडोर पर हादसा।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इंदौर सुपर कॉरिडोर पर तेज रफ्तार से जा रहे ट्रक ने चौकीदार के परिवार को चपेट में ले लिया। चौकीदार की पत्नी की मौके पर ही मौत हो गई। टक्कर लगने के बाद भी ट्रक उसे 12 फीट तक घसीट कर ले गया था। चौकीदार की मासूम पोती ने अस्पताल में दम तोड़ दिया। घटना से नाराज रहवासियों ने सुपर कॉरिडोर पर चक्का जाम कर दिया। उन्होंने इंदौर विकास प्राधिकरण पर लापरवाही का आरोप लगाया।
घटना सोमवार सुबह करीब 11 बजे सुपर कॉरिडोर स्थित टीसीएस चौराहा की है। एम्पियर कालोनी निवासी प्रकाश गुरमड़े अपनी पत्नी कोकिलाबाई और पौती दीपिता को लेकर सिंगापुर टाउनशिप में दीपावली का इनाम लेने जा रहा था। तेज रफ्तार में आ रहे ट्रक ने प्रकाश की बाइक को टक्कर मार दी।
ट्रक के पहिए में फंसी महिला
कोकिला को ट्रक के पहिए में ही फंस गई। उसकी मौके पर ही मौत हो गई। दीपिता टकरा कर दूर गिरी जिससे उसके गिर में गहरी चोट लग गई। उसने सांवेर रोड़ के निजी अस्पताल में दम तोड़ दिया। प्रकाश की भी तीन उंगलियां कट गई। इस घटना से नाराज रहवासियों ने खूब नारेबाजी की।
सूचना मिलने पर एडिशनल डीसीपी जोन-1 आलोक शर्मा और टीआई अनिल यादव मौके पर पहुंचे। रहवासी धीरज ठाकुर ने कहा हादसा आईडीए अफसरों की लापरवाही से हुआ है। रहवासियों द्वारा स्पीड ब्रेकर और बैरिकेड लगाने की मांग की जा रही थी। अफसरों ने ध्यान नहीं दिया और हादसा हो गया।
कई बार की जा चुकी शिकायत
ठाकुर के अनुसार 22 बार तो सीएम हेल्प लाइन पर शिकायत कर चुके हैं। अफसर ध्यान नहीं देते है और शिकायत बंद करवा देते है। एडीसीपी ने कहा आईडीए इंजीनियर से बात कर तीन दिन में समस्या का निराकारण करेंगे।
इसी चौराहा पर पिता-पुत्री की हुई थी टक्कर से मौत
रहवासी धीरज ठाकुर के अनुसार टीसीएस चौराहा(टिगरिया बादशाह) ब्लैक स्पाट है। यहां हर दिन हादसे होते है। पिछले वर्ष जनवरी में इसी जगह पर इंजीनियर मेघा और उसके पिता सुनील मालवीय की कार की टक्कर से मौत हो गई थी। टीसीएस कंपनी की साफ्टवेयर इंजीनियर मेघा को सुनील आफिस छोड़ने आए थे।

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