214 साल पहले लगी आग ने बदल दिया था मुंबई का भूगोल
1803 फरवरी के महीने में लगी भीषण आग ने बॉम्बे का भूगोल बदल दिया था, आग ने ईस्ट इंडिया कंपनी को भी अपनी आगोश में ले लिया था
जेएनएन, नई दिल्ली: मुंबई का अग्निकांडों से पुराना नाता रहा है। बात 1803 की है। तब बॉम्बे(अब मुंबई) में ही ईस्ट इंडिया कंपनी का मुख्यालय हुआ करता था। इसी साल फरवरी के महीने में एक दिन लगी भीषण आग ने बॉम्बे का भूगोल बदल दिया।
इसे 'ग्रेट फायर ऑफ बॉम्बे' के नाम से जाना जाता है। उस समय भी यहां घनी आबादी थी। संकरे रास्ते और तंग गलियां थीं। आग की लपटों ने उस किले को अपनी आगोश में ले लिया था जहां से ईस्ट इंडिया कंपनी संचालित होती थी। पूरा किला धू-धू कर जल उठा था। किले की दीवार ढह गई थी। अंग्रेज अधिकारियों में हड़कंप मच गया था। किले के आसपास आवासीय इलाके और बाजार थे। ये इलाके भी आग की चपेट में आ गए थे।
घंटों की मशक्कत के बाद आग पर तो काबू पा लिया गया था लेकिन इसके बाद ही ब्रिटिश अधिकारियों ने बॉम्बे के विस्तार पर काम करना शुरू कर दिया था। हम जिस मुंबई को जानते हैं, वह अरब सागर में फैले सात द्वीपों से मिलकर बना है। वैसे इस शहर पर आज भी बड़ी आबादी का बोझ है। 1996 में बॉम्बे का नाम बदलकर मुंबई कर दिया गया था।
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