पैरोल पर छूटे बेअंत सिंह के हत्यारे लखविंदर और शमशेर
पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में दोषी लखविंदर सिंह और शमशेर सिंह को शुक्रवार सायं करीब साढे़ सात बजे बुड़ैल जेल चंडीगढ़ से पैरोल पर रिहा कर दिया गया। दोनों कैदियों को 2
चंडीगढ़, जागरण ब्यूरो। पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में दोषी लखविंदर सिंह और शमशेर सिंह को शुक्रवार सायं करीब साढे़ सात बजे बुड़ैल जेल चंडीगढ़ से पैरोल पर रिहा कर दिया गया। दोनों कैदियों को 28 दिन की पैरोल मिली है। रिहा होते ही लखविंदर लुधियाना और शमशेर सिंह पटियाला के लिए रवाना हो गए।
पंजाब सरकार की कोशिशों के चलते बीते एक सप्ताह में अब तक चार कैदी रिहा हो चुके हैं और अब दो कैदी ही बचे हैं जिनके जल्द छूटने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री कार्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बाकी दो कैदियों में से अमृतसर जिले में रैया मंडी के पास जालुपुर खेड़ा गांव का 54 वर्षीय गुरदीप सिंह और यूपी के शाहजहांपुर जिले का वरयाम सिंह शामिल है। टाडा के तहत सजायाफ्ता गुरदीप सिंह कर्नाटक की गुलबर्गा जेल और वरयाम सिंह यूपी की पीलीभीत जेल में बंद है।
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गौरतलब है कि इन छह सिख कैदियों में से लाल सिंह को नाभा जेल से 20 दिसंबर को और गुरनाम सिंह को 25 दिसंबर को छोड़ा जा चुका है। बेअंत सिंह हत्याकांड में इंजीनियर गुरमीत सिंह, लखविंदर सिंह लक्खा व शमशेर सिंह शेरा मानव बम में प्रयुक्त जैकेट के निर्माण में दोषी ठहराए गए थे। गुरमीत सिंह मोहाली की इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद बनाने वाली कंपनी में इंजीनियर था, जबकि लखविंदर सिंह लक्खा पंजाब पुलिस का पूर्व कर्मचारी है।
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