11 साल की बच्ची की गवाही से फांसी तक पहुंचा कसाब
मुंबई हमलों के आरोपी अजमल कसाब को फासी के फंदे तक पहुंचाने में राजस्थान की एक बालिका ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। प्रदेश के पाली शहर की 11 वर्षीय बालिका देविका आतंकी हमले की चश्मदीद गवाह बनी। हालाकि आतंकी हमले के दौरान पैर में गोली लगने से विकलाग जरूर हो गई,लेकिन उसने आतंक के खिलाफ
जयपुर [जागरण संवाददाता]। मुंबई हमलों के आरोपी अजमल कसाब को फासी के फंदे तक पहुंचाने में राजस्थान की एक बालिका ने भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की। प्रदेश के पाली शहर की 11 वर्षीय बालिका देविका आतंकी हमले की चश्मदीद गवाह बनी। हालाकि आतंकी हमले के दौरान पैर में गोली लगने से विकलाग जरूर हो गई,लेकिन उसने आतंक के खिलाफ लड़ाई में पूरे हौसले से सुरक्षा एजेंसियों एवं प्रशासन का साथ दिया।
गौरतलब है कि देविका अपने पिता के साथ 26/11 को आतंकी हमले के वक्त मुम्बई में छत्रपति शिवाजी टर्मिनल पर खड़ी थी उसी समय कसाब और उसके दो साथियों ने अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 72 लोगों की जान चली गई थी। आतंकी को तो उसकी गवाही से फासी मिल गई, लेकिन इसका जख्म आज भी वो झेल रही है। उसे बैसाखी का सहारा लेकर चलना पड़ रहा है।
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