नई दिल्ली, एजेंसी। तुर्किये और सीरिया में सोमवार को आए जलजले ने तबाही मचा दी। हजारों लोग काल के गाल में समा गए। वहीं, कई लोग अस्पतालों में जिंदगी की जंग लड़ रहे हैं। विनाशकारी भूकंप ने कई इमारतों को भी जमीदोंज कर दिया है। मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका है। ऐसे में राहत और बचाव कार्य अभी भी जारी है।
इस मुश्किल घड़ी में तुर्किये की मदद के लिए कई देश आगे आए हैं। वहीं, भारत भी तुर्किये की मदद के लिए कोई कमी नहीं छोड़ रहा है। भूकंप ने जैसे ही तुर्किये में तबाही मचाई, भारत ने बिना देर किए राहत और बचाव कार्य के लिए अपनी एनडीआरएफ की टीम भेज दी। इसके बाद भी भारत की ओर से लगातार मदद भेजी जा रही है।
तुर्किये ने कहा शुक्रिया
वहीं, इस मदद के लिए तुर्किये ने भारत को धन्यवाद कहा है। भारत में तुर्किये के राजदूत फिरात सुनेल ने ट्विटर पर लिखा, "दोस्त शब्द तुर्किये और हिंदी में आम शब्द है। हमारे यहां एक कहावत है... Dost kara günde belli olur (जरूरत में काम आने वाला दोस्त ही दोस्त होता है)... मदद के लिए बहुत धन्यवाद।
"Dost" is a common word in Turkish and Hindi... We have a Turkish proverb: "Dost kara günde belli olur" (a friend in need is a friend indeed).
Thank you very much 🇮🇳@narendramodi @PMOIndia @DrSJaishankar @MEAIndia @MOS_MEA #earthquaketurkey https://t.co/nB97RubRJU
— Fırat Sunel फिरात सुनेल فرات صونال (@firatsunel) February 6, 2023
भारत ने भेजी की NDRF की दो टीम
भारत ने राहत और बचाव कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें भेजी हैं। इसमें पांच महिला कर्मियों, चार खोजी कुत्ते समेत 101 सदस्य हैं। एनडीआरएफ की एक टीम मंगलवार सुबह ही पहुंच चुकी है। एनडीआरएफ की दूसरी टीम कमांडिंग ऑफिसर गुरमिंदर सिंह के नेतृत्व में कोलकाता से रवाना हुई है। भारतीय दूतावास और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों के अनुसार एनडीआरएफ बचाव अभियान शुरू करेगी।
एनडीआरएफ की टीम में डॉक्टर भी शामिल
एनडीआरएफ के निदेशक जनरल अतुल करवाल ने कहा, "तुर्किये में भूकंप आते ही भारत सरकार ने हर संभव मदद पहुंचाने का फैसला लिया।" 1988 बैच के गुजरात के अधिकारी ने कहा कि एनडीआरएफ को वहां दो टीमें भेजने को कहा गया था। उन्होंने बताया, "मंगलवार सुबह करीब तीन बजे पांच महिला कर्मियों समेत 51 सदस्य तुर्किये के लिए रवाना हुए थे। साढ़े सात घंटे की उड़ान के बाद वे सुबह लगभग 10.30 बजे अदाना एयरपोर्ट उतरे। टीम में एक डॉक्टर भी शामिल है।"
#WATCH | Second flight having a commander, 50 rescuers, one NDRF doctor, paramedics & rescuers left for #Turkey, from Hindon Airbase, Ghaziabad, at 11 am today, as India extends help to the earthquake-marred nation amid death toll there reaching 5,000.#TurkeyEarthquake pic.twitter.com/cM5NUvBb2k
— ANI (@ANI) February 7, 2023
करवाल ने कहा कि हम हम तुर्किये में भारतीय दूतावास के साथ लगातार संपर्क में हैं। उन्होंने स्थानीय अधिकारियों के साथ रहने के लिए अंग्रेजी बोलने की क्षमता वाले एक संपर्क अधिकारी को तैनात किया है। स्थानीय अधिकारियों को तय करना है कि वे हमें कहां तैनात करेंगे।
ये भी पढ़ें: