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Jammu News: अब ड्राइविंग सीखने वालों की भी लगेगी बायोमेट्रिक हाजिरी, आरटीओ ने जारी किए निर्देश

Jammu News जम्‍मू में अब ड्राइविंग सीखने वालों की भी बायोमेट्रिक हाजिरी लगेगी। यह निर्देश आरटीओ जम्मू ने उन्हें मिलने वाली शिकायतों के आधार पर जारी किए हैं। आरटीओ को शिकायतें मिली कि कुछ ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल बिना प्रशिक्षण दिए ही प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Himani SharmaPublished: Mon, 05 Jun 2023 08:58 AM (IST)Updated: Mon, 05 Jun 2023 08:58 AM (IST)
Jammu News: अब ड्राइविंग सीखने वालों की भी लगेगी बायोमेट्रिक हाजिरी, आरटीओ ने जारी किए निर्देश
अब ड्राइविंग सीखने वालों की भी लगेगी बायोमेट्रिक हाजिरी

जागरण संवाददाता, जम्मू: सरकारी कर्मियों की बायोमेट्रिक हाजिरी ही नहीं अब ड्राइविंग स्कूलों में ड्राविंग सीखने वाले प्रशिक्षुओं की भी बायोमेट्रिक हाजिरी लगाई जाएगी। क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जम्मू ने सभी ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूलों में आधार आधारित बायोमेट्रिक हाजिरी सिस्टम लगाएं और वहां पर प्रशिक्षण हासिल करने के लिए आने वाले प्रशिक्षुओं का आते व जाते हुए हाजिरी लगाएं।

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प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग सर्टिफिकेट जारी कर रहे

यह निर्देश आरटीओ जम्मू ने उन्हें मिलने वाली शिकायतों के आधार पर जारी किए हैं। आरटीओ को शिकायतें मिली कि कुछ ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल बिना प्रशिक्षण दिए ही प्रशिक्षुओं को ट्रेनिंग सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं। वे स्कूल प्रशिक्षुओं को पूरी तरह से ट्रेनिंग नहीं दे रहे हैं और आधे अधूरे प्रशिक्षण के बाद ही प्रशिक्षु चालकों को सर्टिफिकेट जारी कर रहे हैं। ऐसे प्रशिक्षु बेहतर चालक नहीं बन सकते और वे सड़क पर हादसों का बड़ा कारण बन सकते हैं।

शिकायतों के आधार पर निर्देश जारी किए

आरटीओ जम्मू ने इन शिकायतों के आधार पर निर्देश जारी किए हैं कि इस बायोमेट्रिक हाजिरी के अलावा हाजिरी शीट भी लगाई जाए और इस हाजिरी शीट को आनलाइन प्रशिक्षुओं के ड्राइविंग कौशल टेस्ट के आवेदन के साथ लगाई जाए। इस शीट के बिना प्रशिक्षुओं का ड्राइविंग टेस्ट नहीं लिया जाएगा। जम्मू में इस समय चालीस के करीब ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल चल रहे हैं जहां पर लोग ड्राइविंग सीखने के लिए आते हैं।

ड्राइविंग स्कूलों में समय-समय पर परिवहन विभाग की टीमें जाती है

इन स्कूलों में छोटी गाड़ियों से लेकर बड़ी कर्मिश्यल गाड़ियों को भी चलाना सिखाया जाता है। ड्राइविंग स्कूलों में मात्र गाड़ी को चलाना ही नहीं बल्कि उनका रखरखाव व सड़क नियमों बारे भी जानकारी दी जाती हैं।

इन संस्थानों में प्रशिक्षुओ सीधे सड़क पर गाड़ी चलाने से पहले कुछ दिन लेक्चर व प्रेक्टिकल भी करवाए जाते हैं। ड्राइविंग स्कूलों में समय-समय पर परिवहन विभाग की टीमें जाती है जो वहां नियमों आदि का जायजा लेती है। इन स्कूलों को हर वर्ष अपना लाइसेंस रिन्यु भी करवाना पड़ता है।


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