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Rajasthan: शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत से जालोर में तनाव, पुलिस पर पथराव; लाठीचार्ज

Rajasthan जालौर में मटकी से पानी पीने पर पिटाई से दलित छात्र की मौत के बाद शांति व्यवस्था के मद्देनजर 24 घंटे के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही सुराणा गांव में पुलिस का जाब्ता भी तैनात किया गया है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Published: Sun, 14 Aug 2022 06:12 PM (IST)Updated: Sun, 14 Aug 2022 06:49 PM (IST)
Rajasthan: शिक्षक की पिटाई से दलित छात्र की मौत से जालोर में तनाव, पुलिस पर पथराव; लाठीचार्ज
दलित छात्र की मौत को लेकर जालोर में इंटरनेट बंद, गांव सुराणा में पुलिस तैनात। फाइल फोटो

जयपुर, जागरण संवाददाता। Rajasthan News: राजस्थान में जालौर (Jalore) में नौ साल के दलित छात्र इंद्र मेघवाल के साथ शिक्षक द्वारा की गई मारपीट और इलाज के दौरान हुई मौत हो लेकर तनाव उत्पन्न हो गया है। प्रशासन ने जालौर जिले में अगले आदेश तक इंटरनेट सेवा बंद कर दी है। दलित समाज ने शिक्षक की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है। पुलिस ने फिलहाल शिक्षक छैल सिंह को हिरासत में लेकर पूछताछ की है। मामला गरमाता देख प्रशासनिक अधिकारी दलित समाज के प्रमुख लोगों व मृतक बालक के स्वजनों की समझाइश में जुटे हैं। 

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जालौर में पुलिस पर पथराव, लाठीचार्ज 

इस बीच, भीम आर्मी से जुड़े युवाओं ने जालौर में पुलिस पर पथाराव किया। जवाब में पुलिसकर्मियों ने लाठीचार्ज किया।

सीएम ने घटना की जांच के निर्देश दिए

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने घटना की निंदा करने करते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री सहायता कोष से मृतक बच्चे के स्वजनों को पांच लाख की आर्थिक मदद दी गई है। उधर, भाजपा ने इस मामले की शिकायत राष्ट्रीय अनुसूचित आयोग के अध्यक्ष विजय सांपला से की है। भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग ने सांपला को पत्र लिखकर कहा कि मामले की जांच के लिए आयोग की एक कमेटी मृतक बच्चे के गांव में भेजी जानी चाहिए। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, सांसद दीया कुमारी और विधानसभा में विपक्ष के उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने अलग-अलग बयानों में कहा कि प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से बिगड़ गई है। लगातार दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। आखिर कब तक मानवता को शर्मशार करने वाली घटनाएं होती रहेंगी।

शिक्षक का आडियो वायरल 

20 जुलाई को शिक्षक छैल सिंह द्वारा की गई मारपीट के बाद छात्र का स्वास्थ्य जरूरत से ज्यादा बिगड़ने पर इलाज के दौरान उसकी मौत हुई तो पुलिस और प्रशासन ने जांच प्रारंभ की। शिक्षक का एक आडियो सामने आया है, जिसमें वह मोबाइल पर छात्र से से बात करते हुए कहता है कि मैं अपनी गलती स्वीकार करता हूं। छात्र का इलाज करवा दूंगा । उल्लेखनीय है कि मामला सरस्वती विद्यालय का है। शिक्षक छैल सिंह के लिए स्कूल में पानी की मटकी अलग रखी हुई। करीब तीन सप्ताह इंद्र कुमार ने शिक्षक के लिए रखी पानी की मटकी में हाथ डाल दिया और पानी ले लिया। छात्र के पिता देवाराम ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज करवाते हुए आरोप लगाया कि छैल सिंह ने इंद्र को ध्रुव प्रसाद अग्रवाल ने बताया कि छैल सिंह के खिलाफ अनुसूचित जाति और जनजाति कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है।

गांव में पुलिस तैनात

जोधपुर, संवाद सूत्र। Rajasthan News: राजस्थान के जालौर (Jalore) में मटकी से पानी पीने पर पिटाई से दलित छात्र की मौत के बाद शांति व्यवस्था के मद्देनजर 24 घंटे के लिए इंटरनेट पर पाबंदी लगाई गई है। इसके साथ ही सुराणा गांव में पुलिस का जाब्ता भी तैनात किया गया है। इस बीच, दलित छात्र का शव सुराणा गांव पहुंचा है। उसके अंतिम संस्कार को लेकर के परिजनों और प्रशासन के बीच वार्ता चल रही है। हालांकि इस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने 500000 रुपये की आर्थिक मदद पीड़ित के परिवार को करने की घोषणा की है, लेकिन परिवार के लोग सहित ग्रामीण लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। इसको लेकर के प्रशासन के साथ लगातार वार्ताओं का दौर जारी है।

मटकी से पानी पीने पर पिटाई से गई जान

जालौर जिले के सुराणा गांव में दलित छात्र के अध्यापक की मटकी से पानी पीने के मामले में पिटाई के बाद मौत होने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। एक निजी विद्यालय के अध्यापक के द्वारा दलित जाति के बालक के अध्यापकों की मटकी से पानी पीने के मामले के बाद बालक की पिटाई के कारण मौत हो जाने के बाद मृतक के चाचा की ओर से पुलिस में एससी एसटी और हत्या की धाराओं में मामला दर्ज करवाया गया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपित शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया है, जिस पर कि दबाव दिए जाने का भी आरोप है।

ग्रामीणों को समझाने में जुटे एसडीएम

इधर, रविवार को दलित छात्र का शव सुराणा गांव पहुंचा जहां पहले से बड़ी संख्या में ग्रामीण और परिजन सहित मेघवाल समाज के लोग जुटे थे। इसको लेकर लगातार घटना का विरोध किया जा रहा है। वही स्थिति की समझा इसके लिए एडीएम राजेंद्र प्रसाद अग्रवाल एसएसपी अनुकृति उज्जैनिया भी मौके पर मौजूद है जो कि ग्रामीण और परिजनों से लगातार समझाइश कर रहे हैं। शव के दाह संस्कार को लेकर गतिरोध बरकरार है। इधर, इस घटना के सामने आने के बाद लगातार राजनीतिक हलकों में इसको लेकर बयानबाजी तेज हो चुकी है। भारतीय जनता पार्टी ने भी कांग्रेस सरकार पर सवाल उठाए हैं तो इधर दलित संगठनों ने भी स्वर मुखर किया है।


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