खनन सत्र समाप्त होने के बाद मानसून सीजन में टनकपुर में अवैध खनन का वीडियाे वायरल
खनन सत्र समाप्त होने के बाद भी चंपावत जिले के टनकपुर में अवैध खनन का वीडियो वायरल होने के बाद से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है। एसडीएम ने राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया है तथा वायरल वीडियो की सत्यता की जांच शुरू कर दी गईहै।
संवाद सहयोगी, चम्पावत : मानसून काल में नदी नालों से खनन पर रोक के बाद भी चंपावत जिले के टनकपुर में 28 हेक्टेयर क्षेत्र से अवैध खनन का मामला सामने आने से हड़कंप मच गया है।
वीडियो वायरल होने के बाद से प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं। टनकपुर के एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने वायरल वीडियो की जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया है।
उत्तराखंड में 15 जून से खनन पर है रोक
समूचे उत्तराखंड में 15 जून के बाद से नदी नालों में खनन कार्यों पर रोक है। लेकिन चम्पावत के मैदानी क्षेत्र टनकपुर में शारदा नदी से लगे विवादित 28 हेक्टेयर क्षेत्र में अवैध खनन होने का वीडियो वायरल हुआ है। वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन के हाथ पांव फूल गए हैं।
वीडियो में अवैध खनन का भंडारण कर खनन सामग्री मजदूरों द्वारा छनवाए जाने की रिकार्डिंग की गई है। वीडियो में अवैध खनन से जुड़े स्थानीय लोगों के नाम भी सामने आए हैं। वीडियो बनाने वाला शख्स स्थानीय प्रधान व एक अन्य का नाम ले रहा है।
पहले से विवादित रहा है ये खनन क्षेत्र
उचौलीगोठ गांव से सटे 28 हेक्टेयर क्षेत्र खनन को लेकर पहले से ही विवादों में रहा है। मानसून सत्र से पूर्व खनन निकासी के दौरान स्थानीय प्रशासन ने रीवर ट्रेनिंग के तहत खनन निकासी के पट्टे जारी किए थे। लेकिन ग्रामीणों ने भू कटाव और बाढ़ की सम्भावनाओं को देखते हुए खनन निकासी का जमकर विरोध किया।
गांव के ही दबंगों ने किया खनन
ग्रामीणों के विरोध के चलते प्रशासन को खनन निकासी बंद करने का फैसला लेना पड़ा। तब खनन का विरोध करने और सरकारी कार्य में बाधा डालने पर कई ग्रामीणों पर मुकदमे दर्ज हुए थे।
अब बरसात के सीजन में गांव के ही कुछ दबंग लोगों द्वारा अवैध खनन के कार्य को अंजाम देकर मोटी कमाई करने का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन की कार्यप्रणाली भी कटघरे में आ गई है।
एसडीएम करा रहे हैं जांच
शुक्रवार को एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेज दिया है तथा वायरल वीडियो की सत्यता की जांच शुरू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो के माध्यम से अवैध खनन का मामला संज्ञान में आया है।
वीडियो की सच्चाई की जांच और घटना स्थल का मौका मुआयना किया जा रहा है। वीडियो सही पाया गया तो अवैध खनन करने वालों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।