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जलस्तर घटने के बाद बीमारियों की बाढ़

जलस्तर घटने से तटवर्ती गांवों से बाढ़ का पानी निकलने लगा है

By JagranEdited By: Published: Thu, 18 Aug 2022 07:40 PM (IST)Updated: Thu, 18 Aug 2022 07:40 PM (IST)
जलस्तर घटने के बाद बीमारियों की बाढ़
जलस्तर घटने के बाद बीमारियों की बाढ़

जलस्तर घटने के बाद बीमारियों की बाढ़

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संवाद सहयोगी, अमृतपुर : जलस्तर घटने से तटवर्ती गांवों से बाढ़ का पानी निकलने लगा है, लेकिन गांवों में कीचड़ भरा होने से ग्रामीणों को आवागमन में परेशानी हो रही है। गांवों में बीमारियों की बाढ़ आ गई है। ग्रामीण झोलाछाप से इलाज कराने को मजबूर हैं। गंगा का जलस्तर पांच सेंटीमीटर घटकर 136.50 मीटर पर पहुंच गया है। नरौरा बांध से गंगा में 81,336 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। रामगंगा में खोह, हरेली व रामनगर से 263 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जलस्तर घटने से तटवर्ती गांवों से बाढ़ का पानी निकलने लगा है, लेकिन हरसिंगपुर कायस्थ, ऊगरपुर, सुंदरपुर, जोगराजपुर, बमियारी, लायकपुर, सबलपुर, कंचनपुर, आशा की मड़ैया, जगतपुर, माखन नगला, कुडरी सारंगपुर व करनपुर घाट में कीचड़ भरा है।ग्रामीण कीचड़ से निकलने को मजबूर हैं। गांवों में दलदल भरा होने से बीमारियों की बाढ़ सी आ गई है। ग्रामीण जुकाम, बुखार, खाज व खुजली से परेशान हैं। पीड़ित ग्रामीण झोलाछाप से इलाज करा रहे हैं। एसडीएम पदम् सिंह ने बताया कि तटवर्ती गांवों में स्वास्थ्य टीम को कैंप लगाकर दवाइयां वितरित करने के निर्देश दिए गए हैं।


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