Breaking: धूप फैक्ट्री में लगी आग 40 लाख रुपये मूल्य की लकड़ी व समान ख़ाक, मकान भी हुआ क्षतिग्रस्त
वार्ड संख्या 20 पटेल नगर(खानापुर) सड़क किनारे अवस्थित धूप फैक्ट्री में बीती रात अचानक आग लग गई। फैक्ट्री के गोदाम में क्रासिंग के लिए रखा करीब 30 टन धूप लकड़ी फैक्ट्री के भवन का चार कमरा तथा धूप कटिंग मशीन व अन्य सामान पूरी तरह से स्वाहा हो गया।
संवाद सूत्र, वारिसलीगंज (नवादा): वारिसलीगंज नगर परिषद के वार्ड संख्या 20 पटेल नगर(खानापुर) सड़क किनारे अवस्थित श्री विष्णु धूप फैक्ट्री में बुधवार की देर रात अचानक आग लग गई। इससे फैक्ट्री के गोदाम में क्रासिंग के लिए रखा करीब 30 टन धूप लकड़ी, फैक्ट्री के भवन का चार कमरा तथा धूप कटिंग मशीन एवं एक बड़ा सा करकट शेड पूरी तरह से जलकर स्वाहा हो गया। आग लगने के कारणों का पता नहीं चल पाया है। फैक्ट्री मालिक वारिसलीगंज बाजार निवासी मुकेश कुमार एवं राजेश कुमार के अनुसार किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा रात में फैक्ट्री में आग लगा दिया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए पड़ोसी कन्हैया कुमार ने बताया कि रात्रि एक बजे के करीब तेज रोशनी एवं धुंआ मुहल्ले में फैलने लगी। गर्मी के कारण लोग घर के छतों पर सोए थे। अगलगी की शोर सुनकर लोग जगे और आग पर काबू पाने का प्रयास करने लगे। जो नाकाफी साबित हो रहा था। आग की रफ्तार बढ़ते जा रही थी। तब तक मुहल्ले के अधिकांश लोग जग चुके थे। इसी बीच कन्हैया का भी मिथिलेश वारिसलीगंज थाना को सूचना देते हुए घटना की जानकारी दी गई।
कुछ देर बाद स्थानीय थाना का मिनी अग्नि शमन वाहन पहुंचा, लेकिन आग की रफ्तार धीमी पड़ने के बजाय लपटे तेज होने लगी। तब तक अग्नि शमन विभाग की एक बड़ी ओर तीन छोटी अग्नि शमन दस्ता पहुंच गया। जो काफी मशक़्क़त के बाद गुरुवार की सुबह तक आग पर काबू पाया। हलांकि तब तक फैक्ट्री में रखा सभी धूप लकड़ी के कुण्डे जल कर बर्बाद हो चुके थे।जबकि फैक्ट्री के भवन का चारो कमरे व बड़ा सा करकट का शेड आग की तेज लपटों के कारण क्षतिग्रस्त हो चुका था।
पड़ोसी घरों की दीवारों में दरार आ गए है। पड़ोसियों को भय सता रहा था कि कही हमलोगों का घर तो चपेट में नहीं आ जायेगा। लेकिन अग्नि शमन विभाग की चौकसी के कारण पड़ोसियों को आंशिक नुकसान ही हुआ। घटना की सूचना बाद वार्ड 20 के निवर्तमान पार्षद ललन पटेल मौके पर पहुंचकर पीड़ित कारोबारी को सांत्वना देते देखे गए। घटना के बाद भयभीत धूप फैक्ट्री पड़ोसियों ने फैक्ट्री को सघन आबादी से दूर लगवाने की मांग की है। संवाद प्रेषण तक प्रखंड या नगर के कोई भी पदाधिकारी घटना स्थल तक नहीं पहुंचे थे।