पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव की तारीखों का एलान; कल से शुरु होगा नामांकन, आठ जुलाई को मतदान
चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव की तारीखों का किया एलान कर दिया है। आयोग की ओर से प्रदेश में चुनावों के लिए कल से नामांकन शुरु होगा। चुनावी मैदान में उतरने के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 15 जून होगी। जिसके बाद आठ जुलाई को मतदान कराए जाएंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता: बंगाल में आखिरकार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के तारीखों की गुरुवार को घोषणा हो गई। राज्य के सभी 22 जिलों में आठ जुलाई को एक ही चरण में पंचायत चुनाव के लिए मतदान होंगे। राज्य चुनाव आयुक्त का पदभार संभालने के अगले ही दिन बिना कोई सर्वदलीय बैठक के राजीव सिन्हा ने चुनाव की घोषणा की। इसी के साथ राज्य में आदर्श आचार संहिता भी लागू हो गई है।
सिन्हा ने पत्रकारों को बताया कि शुक्रवार (नौ जून) को चुनाव की अधिसूचना जारी होने के साथ नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। 15 जून को नामांकन का अंतिम दिन है। 17 जून को नामांकन पत्रों की जांच होगी और 20 जून को नामांकन पत्र वापस लेने का अंतिम दिन है। आठ जुलाई को सुबह सात से शाम पांच बजे तक मतदान होगा। 11 जुलाई को मतगणना होगी। उन्होंने बताया कि दार्जिलिंग व कल्म्पिोंग में भी आठ जुलाई को ही मतदान होगा, जहां द्विस्तरीय पंचायत व्यवस्था है।
पत्रकारों के सवाल पर सिन्हा ने कहा कि चुनाव बैलेट पेपर से ही होगा। साथ ही राज्य पुलिस की निगरानी में ही चुनाव कराए जाएंगे। उन्होंने विपक्षी दलों द्वारा उठाए गए सवाल पर कहा कि सभी को राज्य पुलिस व चुनाव आयोग पर भरोसा रखना चाहिए। उन्होंने एक सवाल पर यहां तक टिप्पणी की कि अभी तो खेला शुरू हुआ है। सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार के साथ विचार विमर्श के बाद चुनाव का फैसला लिया गया है। बता दें कि इससे पहले 2018 में भी एक ही चरण में पंचायत चुनाव हुआ था।
73941 सीटों के लिए होना है चुनाव
राजधानी कोलकाता को छोड़ 22 जिलों में ग्राम पंचायत, पंचायत समिति व जिला परिषद की कुल 73,941 सीटों के लिए चुनाव होना है। इनमें कुल 3317 ग्राम पंचायतों की 63,283 सीटें, 341 पंचायत समिति की 9730 सीटें एवं जिला परिषद की 928 सीटों के लिए चुनाव हैं। कुल बूथों की संख्या 61,236 हैं। पंचायत चुनाव के लिए कुल मतदाताओं की संख्या पांच करोड़ 67 लाख 21 हजार 324 है।
सुबह 11 से दोपहर तीन बजे तक नामांकन पत्र होंगे जमा
सिन्हा ने बताया कि नौ से 15 जून के बीच रविवार को छोड़ सुबह 11 से दोपहर तीन बजे के बीच उम्मीदवार नामांकन पत्र जमा कर सकेंगे। मतदान से 48 घंटे पहले चुनाव प्रचार खत्म हो जाएगा। वहीं, चुनाव की अवधि तक रात 10 बजे से सुबह आठ बजे तक राजनीतिक दलों के लिए सभी प्रकार की मीटिंग व रैली पर रोक रहेगी। आनलाइन माध्यम से भी नामांकन पत्र जमा देने के सवाल पर सिन्हा ने कहा कि अभी इसपर कोई निर्णय नहीं हुआ है। गौरतलब है कि हाई कोर्ट ने पिछले पंचायत चुनाव में विपक्षी दलों की शिकायतों पर आनलाइन व वाट्सऐप माध्यम से भी नामांकन पत्र स्वीकार करने का आदेश दिया था।
चुनाव की घोषणा पर भाजपा ने उठाए सवाल
इधर, विपक्षी भाजपा ने बिना सर्वदलीय बैठक के हड़बड़ी में चुनाव की घोषणा को लेकर आयोग पर सवाल उठाए हैं। नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि राज्य चुनाव आयोग तृणमूल के लिए काम कर रहा है, यह स्पष्ट हो गया है। यह लोकतंत्र की हत्या है। उन्होंने जल्दबाजी में चुनाव की घोषणा के खिलाफ हाई कोर्ट जाने के भी संकेत दिए हैं। पार्टी के आइटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने भी जल्दबाजी में चुनाव की घोषणा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों की 60 हजार से अधिक सीटों के लिए मात्र पांच दिन नामांकन पत्र जमा देने के लिए समय देना एक मजाक जैसा है।