World Photography Day 2019: फोटोग्राफी करते वक्त रखें इन बातों का ख्य़ाल, जानें विशेषज्ञ की राय
World Photography Day 2019 फोटोग्राफी करते हुए किन बातों का ख्याल रखना चाहिए इसके लिए हमने बात की फोटोग्राफी विशेषज्ञ प्रोफेसर संजीव गुप्ता से।
नई दिल्ली, जेएनएन। World Photography Day 2019: सड़क,पहाड़, या बारिश हो, आप मोबाइल निकालते हैं और फोटो खींच लेते हैं। फिर आपको लगता है कि इसमें वो बात नहीं, जो इंस्टाग्राम पर फोटो शेयर करने वाले पेज पर होती है। फोटो खींचना सिर्फ क्लिक करना ही नहीं है, यह इससे अलग एक शानदार कला है। फोटोग्राफी का क्रेज आजकल के युवाओं में है, लेकिन कुछ ऐसी छोटी मगर मोटी बातें हैं, जो आपकी इस कला को तराश सकती है। फोटोग्राफी करते हुए किन बातों का ख्य़ाल रखना चाहिए, इसके लिए हमने बात की एमसीयू भोपाल में जनसंचार विभाग के विभागाध्यक्ष और फोटोग्राफी विशेषज्ञ प्रोफेसर संजीव गुप्ता से।
1.फोटो क्या मैसेज दे रही है?
प्रो. संजीव बताते हैं ,'सबसे पहले हमें देखना चाहिए कि हमारी फोटो क्या संदेश दे रही है। एक फोटो किसी कहानी को बयां करती हो।' सीधे शब्दों में कहें, जब फोटो आप खींच रहे हो, तो उसमें कोई कहानी या संदेश होना चाहिए। फोटो को देखकर कहानी या संदेश समझ में भी आना चाहिए।
2. कंपोजिशन बेहतर होना चाहिए
दूसरी बात यह है कि जब आप फोटो खींच रहे हो, तब आपका कंपोजिशन बेहतर होना चाहिए। प्रो. संजीव बताते हैं कि हम अपनी फोटो में जो कुछ भी समेटना चाह रहे हैं, उसका कंपोजिशन (संयोजन) सही होना चाहिए। इसे तकनीकी भाषा में कहते हैं कि हमारे सब्जेक्ट एरिया में जो भी ऑब्जेक्ट हो, उसका बैलेंस सही होना चाहिए। इसके लिए हमें 'गोल्डन रूल ऑफ थर्ड' का पालन करना चाहिए। सरल शब्दों में कहे, तो फोटोग्राफी कंपोजिशन संतुलित होना चाहिए, जिससे यह अपना प्रभाव छोड़ सके। रूल ऑफ थर्ड का मतलब है कि जिस भी चीज की आप फोटो खींच रहे हो, वह बिल्कुल सेंटर में नहीं होना चाहिए। उसमें दाएं और बाएं जगह होनी चाहिए।
3.तकनीकी पक्ष का रखें ख्य़ाल
प्रो. संजीव गुप्ता ने बताया कि फोटो खींतचे वक्त कुछ तकनीकी पक्षों का भी ख्य़ाल रखना चाहिए। इसमें सबसे मुख्य होता है कि यह फोटो शार्पली फोक्सड हो। कमरे का प्लेसमेंट जिसे तकनीकी रूप से कैमरा एंगल कहते हैं, उसका चुनाव भी सही होना चाहिए। इसके साथ ही हमें 'डेफ्थ ऑफ फील्ड' का भी ध्यान रखाना चाहिए। 'डेप्थ ऑफ फील्ड' किसी फोटो पर क्रिएटिव प्रभाव छोड़ सकता है। बता दें कि 'डेप्थ ऑफ फील्ड' का मतलब है कि बैकग्राउंड और सब्जेक्ट के बीट एक सही स्पेश होना चाहिए। इस स्पेश को कम ज्यादा कर आप फोटो की क्वालिटी बढ़ा सकते हैं।