भारत अब एजुकेशन के 4.0 काल में प्रवेश कर रहा, वेबिनार में बोले प्रोफेसर एके बख्शी
एचआरडी मिनिस्ट्री के गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर में वेबनार का आयोजन हुआ। इसमें सेंटर के चेयरमैन प्रो एके बख्शी समेत देशभर की कई यूनिवर्सिटी और कॉलेज के शिक्षकों ने हिस्सा ल
नई दिल्ली। एचआरडी मिनिस्ट्री के गुरु अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर में वेबनार का आयोजन हुआ। इसमें सेंटर के चेयरमैन प्रो एके बख्शी समेत देशभर की कई यूनिवर्सिटी और कॉलेज के शिक्षकों ने हिस्सा लिया। इस मोटिवेशनल वेबनार का विषय '21वीं सदी में भारत में उच्च शिक्षा उत्कृष्ठता की ओर-चुनौतियां और संभावनाएं' था। इस वेबिनार में प्रो एके बख्शी ने भारत में उच्च शिक्षा के विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की।
अपने संबोधन में पीडीएम यूनिवर्सिटी, बहादुरगढ़ के वीसी प्रोफेसर बख्शी ने कहा कि भारत अब एजुकेशन के 4.0 काल में प्रवेश कर रहा है। यह पूरी तरह तकनीक पर आधारित शिक्षा होगी। उन्होंने कहा कि कोविड 19 ने इस परिवर्तन को तेज कर दिया है। उन्होंने शिक्षकों को बताया कि उच्च शिक्षा में किस तरह की चुनौतियां आने वाली हैं। इन चुनौतियों में ज्ञान में वृद्धि, सोचने की क्षमता को बढ़ावा देना, नवाचार और रचनात्मकता शामिल है।
प्रोफेसर बख्शी ने शिक्षकों से कहा कि वे तकनीक को अपनाएं और टेक सेवी बनें। अगर आईसीटी का इस्तेमाल रचनात्मकता के साथ किया जाए तो शिक्षकों के पढ़ाने का तरीका और छात्रों के पढ़ने का तरीका बदल देगा। इस वेबनार में करीब 2200 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया। वेबिनार में जीएडी-टीएलसी के वाइस चेयरमैन केवी भानुमूर्ति, खालसा कॉलेज के प्रिंसिपल जसविंदर सिंह और सेंटर की जॉइंट डायरेक्टर विमल रार मौजूद रहीं।
यह वेबिनार एक राष्ट्रीय वेबनार सीरीज का हिस्सा था, जिसकी शुरुआत डीयू के एसजीटीबी खालसा कॉलेज में अंगद देव टीचिंग लर्निंग सेंटर ने की है। यह सेंटर एमएचआरडी की पंडित मदन मोहन मालवीय नेशनल मिशन ऑन टीचर्स एंड ट्रेनिंग (PMMMNMTT) के अंतर्गत बनाया गया है।