UP BEd 2021: अप्रैल में हो सकती है यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा, लखनऊ विश्वविद्यालय जल्द ही कर सकता है नोटिफिकेशन जारी
UP BEd 2021 यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा 2021 का आयोजन लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा ही किया जा सकता है। वहीं यूपी बीएड 2021 एग्जाम डेट को लेकर प्रकाशित रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रवेश परीक्षा का आयोजन अप्रैल माह के दौरान किया जा सकता है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। UP BEd 2021: उत्तर प्रदेश के विभिन्न विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों और निजी समेत अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में संचालित किये जा रहे बीएड पाठ्यक्रमों के पहले वर्ष में शैक्षणिक सत्र 2021-22 में दाखिले के लिए प्रवेश प्रक्रिया जल्द ही शुरू की जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा 2021 का आयोजन पिछले वर्ष की तरह ही इस बार भी लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा ही किया जाएगा। वहीं, दूसरी तरफ यूपी बीएड 2021 एग्जाम डेट को लेकर प्रकाशित अन्य रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रवेश परीक्षा का आयोजन अप्रैल माह के दौरान किया जा सकता है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आयोजक संस्थान लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा 2021 के लिए अधिसूचना और कार्यक्रम जल्द ही जारी किया जा सकता है। हालांकि, लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा आधिकारिक रूप से इस सम्बन्ध में कोई भी सूचना जारी नहीं की गयी है। यूपी बीएड 2021 प्रवेश कार्यक्रम से सम्बन्धित अपडेट के लिए उम्मीदवार लखनऊ विश्वविद्यालय की वेबसाइट, lkouniv.ac.in पर यूपी बीएड प्रवेश परीक्षा सेक्शन में समय-समय पर विजिट करते रहें।
हालांकि, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा यूपी बीएड 2021 प्रवेश कार्यक्रम तैयार कर लिया गया है, जिस पर राज्य सरकार की तरफ अनुमति नहीं मिली है। वहीं, विश्वविद्यालय के कार्यक्रम के मुताबिक प्रवेश परीक्षा 15 अप्रैल 2021 को आयोजित की जा सकती है और परिणामों की घोषणा 10 से 15 मई तक की जा सकती है। वहीं, जून 2021 तक यूपी बीएड काउंसलिंग की प्रक्रिया भी पूरी कर ली जानी है।
बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय द्वारा वर्ष 2020-21 सत्र के लिए बीएड प्रवेश की प्रक्रिया अगस्त में शुरू हुई थी और दिसंबर 2020 में समाप्त हुई थी। विश्वविद्यालय द्वारा राज्य के सभी भाग लेने वाले संस्थानों की कुल 2,44,701 सीटों के लिए प्रक्रिया आयोजित की गयी थी। हालांकि, इनमें से 1,83,909 सीटें ही भर पाईं थीं और 60,972 सीटें खाली रह गयीं थीं।