राजस्थान के इस स्कूल में सुबह पढ़ाई जाती है कुरान, तो दोपहर में संस्कृत के श्लोक
बच्चे सुबह कुरान पढ़ते हैं तो दोपहर में संस्कृत के श्लोक याद करते हैं। राज्य सरकार द्वारा संचालित यह स्कूल बच्चों के बीच धार्मिक एकता का संदेश बांट रहा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। देश की चंद जगहों पर यदा-कदा साम्प्रदायिक मनमुटाव की खबरों के बीच राजस्थान के एक स्कूल ने धार्मिक सद्भावना का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है। राज्य के शास्त्री नगर स्थित भट्टा बस्ती राजकीय संस्कृत विद्यालय में बच्चे सुबह में जहां कुरान पढ़ते हैं, वहीं दोपहर में संस्कृत के श्लोक याद करते हैं। स्कूल में हिंदू और मुस्लिम दोनों सम्प्रदायों के बच्चे पढ़ते हैं। कोई शक नहीं कि राज्य सरकार द्वारा संचालित यह स्कूल बच्चों के बीच धार्मिक एकता का संदेश बांट रहा है।
खास बात यह है कि यह स्कूल मुस्लिम बाहुल्य इलाके में है। इस स्कूल में पढ़ने वाले 500 मुस्लिम बच्चों को कुरान की आयतों की तरह संस्कृत के श्लोक भी जुबानी याद हैं। मुस्लिम बच्चों ने संस्कृत में पढ़ाई कर नौकरी भी हासिल की है। इस स्कूल में सुबह की प्रार्थना संस्कृत में होती है। इससे बच्चों के अभिभावकों को कोई एजराज नहीं है। इस स्कूल में कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8वीं तक की पढ़ाई कराई जाती है।
स्कूल के शिक्षक दीपक शर्मा ने न्यूज एजेंसी एएनआइ से बात करते हुए कहा, ' ये छात्र अपने माता-पिता और अभिभावकों द्वारा संस्कृत स्कूल में पढ़ने के लिए प्रेरित हैं। अभिभावक इस मिले-जुले पाठ्यक्रम को लेकर काफी उत्साहित हैं।'
दैनिक जागरण में छपी खबर के अनुसार बच्चों के जेहन में धर्म और जाति को लेकर किसी प्रकार की बात नहीं है। बच्चे संस्कृत के साथ-साथ कुरान भी धारा प्रवाह सुनाते हैं। वहीं,शिक्षक बताते हैं कि इस स्कूल में पढ़कर कई बच्चे सरकारी नौकरी में पहुंचे हैं, तो कुछ ने अपना व्यवसाय भी प्रारंभ किया है। शिक्षकों का दावा है कि यहां पढ़ने वाले अधिकांश बच्चे अपने जीवन में सफल होते हैं। इसके अलावा बच्चों की रुचि योग में भी है।