SC on 12th Board Exam 2021: सुप्रीम कोर्ट ने CBSE, CISCE को 2 सप्ताह में ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ बनाने को कहा
Supreme Court on 12th Board Exam 2021 उच्चतम न्यायालय ने केंद्रीय बोर्डों - सीबीएसई और सीआईसीएसई से कहा है कि वे कक्षा 12 की रद्द की गयी परीक्षा के बाद स्टूडेंट्स के मूल्यांकन के लिए घोषित ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ को दो सप्ताह में बनाने को कहा है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Supreme Court on CBSE, CISCE 12th Board Exam 2021: उच्चतम न्यायालय ने केंद्रीय बोर्डों - सीबीएसई और सीआईसीएसई से कहा है कि वे कक्षा 12 की रद्द की गयी परीक्षा के बाद स्टूडेंट्स के मूल्यांकन के लिए घोषित ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ को दो सप्ताह में बनाने को कहा है। उच्चतम न्यायालय के न्यायधीश न्यायमूर्ति ए. एम. खानविल्कर और न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी की खण्डपीठ द्वारा सीबीएसई और सीआईसीएसई की कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाओं को रद्द किये जाने की मांग को लेकर एडवोकेट ममता शर्मा द्वारा दायर एक जन हित याचिका पर आज, 3 जून 2021 को हुई सुनवाई के बाद मामले को दो सप्ताह बाद सुनवाई के लिए टाल दिया गया।
शीर्ष न्यायालय की खण्डपीठ ने मामले के सुनवाई के दौरान सीबीएसई और सीआईसीएसई की कक्षा 12 को परीक्षाओं को कोविड-19 महामारी के चलते रद्द किये जाने के केंद्र सरकार के फैसले का समर्थन किया। “हमें खुशी है कि आपने परीक्षाओं को रद्द किया। एसेसमेंट के लिए ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ क्या है? क्राइटेरिया यहां नहीं बताया गया,” खण्डपीठ ने कहा। इस पर केंद्र सरकार और सीबीएसई का पक्ष रख रहे एजीआई केके वेणुगोपाल ने कहा कि सीबीएसई द्वारा तीन सप्ताह के भीतर निर्णय ले लिया जाएगा। दूसरी, सीआईएससीई के अधिवक्ता ने खण्डपीठ को सूचित किया कि काउंसिल द्वारा ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ बनाने के लिए सांख्यिकीविदो समेत एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है। सुनवाई के अंत में खण्डपीठ ने मूल्यांकन के लिए क्राइटेरिया बनाने के लिए दो सप्ताह का समय दिया।
बता दें कि इस मामले की पिछली सुनवाई 31 मई को हुई थी। पिछली सुनवाई के दौरान केंद्र सरकार और सीबीएसई की तरफ से एडवोकेट जनरल (एजी) ने खण्डपीठ के समक्ष कहा था कि केंद्र को अपने अंतिम नतीजे पर पहुंचने के लिए दो दिन का समय चाहिए। इसके बाद सुनवाई 3 जून तक के लिए टाल दी गयी थी।
ईवैल्यूएशन के लिए ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ दो हफ्ते में - सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी
दूसरी तरफ, उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद सीबीएसई की तरफ से भी ईवैल्यूएशन के लिए ‘ऑब्जेक्टिव क्राइटेरिया’ दो हफ्ते में तैयार कर लिये जाने की जानकारी साझा की गयी। सीबीएसई सचिव अनुराग त्रिपाठी के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए कहा, “कक्षा 12 के लिए ‘ईवैल्यूएशन क्राइटेरिया’ पर विचार किया जा रहा है और इसमें दो सप्ताह का समय लगेगा। विशेषज्ञ सभी संभावनाओं पर विचार करेंगे और फिर कोई निर्णय लेंगे।”