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स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने लिया अनोखा फैसला

राज्य भर के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने अनोखा फैसला लिया है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी कॉलेज व विश्वविद्यालय से पास छात्र पूरी करेंगे।

By Preeti jhaEdited By: Published: Tue, 15 Jan 2019 10:58 AM (IST)Updated: Tue, 15 Jan 2019 10:58 AM (IST)
स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने लिया अनोखा फैसला
स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने लिया अनोखा फैसला

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। राज्य भर के स्कूलों में शिक्षकों की कमी को पूरा करने के लिए राज्य सरकार ने अनोखा फैसला लिया है। स्कूलों में शिक्षकों की कमी कॉलेज व विश्वविद्यालय से पास छात्र पूरी करेंगे। मुख्यमंत्री ने  बताया कि कॉलेजों से पास जनरल ग्रेजुएट छात्रों को प्राइमरी स्कूलों में जबकि ऑनर्स ग्रेजुएट और विश्वविद्यालय से पास पोस्ट ग्रेजुएट छात्रों को माध्यमिक स्कूलों में दो साल के इंटर्नशिप का मौका दिया जाएगा। प्राइमरी स्कूलों में इंटर्नशिप करनेवालों को प्रतिमास 2000 व माध्यमिक स्कूल के इंटर्नशिप पर 2500 प्रतिमास का वेतन मिलेगा।

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गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के कई विश्वविद्यालयों के कुलपतियों और कॉलेज प्राचार्यो के साथ बैठक की। बैठक में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी व मुख्य सचिव मलय दे भी उपस्थित थे। बैठक के बाद आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि दो वर्ष तक इंटर्नशिप अवधि पूरी करने के बाद छात्रों को प्रमाण पत्र मिलेगा। उन्हें भविष्य में शिक्षक पद की नियुक्ति पर प्राथमिकता मिलेगी।

कैसे लागू होगी व्यवस्था

इस योजना को साकार करने के लिए पहले मुख्य सचिव की वित्त सचिव और शिक्षा सचिव के साथ बैठक होगी। इसके बाद मुख्य सचिव इस पर रिपोर्ट देंगे। इसके बाद शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के नेतृत्व में कमेटी गठित होगी। कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद स्कूलों में इंटर्नशिप व्यवस्था शुरू हो जाएगी।

बोझ घटाने को अब पांचवीं प्राइमरी 

मुख्यमंत्री ने बताया कि सेकेंडरी सेक्शन पर बढ़ रहे दबावों के मद्देनजर पांचवी कक्षा को अब प्राइमरी में शामिल करने पर विचार किया जा रहा है। हालांकि इस पर अंतिम फैसला भी पार्थ चटर्जी की कमेटी की रिपोर्ट मिलने के बाद लिया जाएगा।

ट्रांसफर में न हो गड़बड़ी

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बैठक में मुख्यमंत्री सीधे शिक्षा मंत्री से मुखातिब हुई और उनसे जानना चाहा कि राज्य के स्कूलों में शिक्षकों व छात्रों का अनुपात इतना बिगड़ा हुआ क्यों हैं? क्यों ऐसा है कि कई स्कूलों में शिक्षकों की कमी है और कई स्कूल ऐसे हैं, जहां शिक्षक भरे हैं लेकिन छात्रों की कमी है। जवाब में शिक्षा मंत्री ने शिक्षक बदली की बात कही, तो उन्हें बीच में रोकते हुए सीएम ने उन्हें सुनिश्चित करने को कहा कि ट्रांसफर को लेकर कोई समस्या न हो। 


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