अलीगढ मुस्लिम विद्यालय में बढ़ेंगे कोर्स, रोबोटिक्स में एमटेक कर सकेंगे छात्र Aligarh News
अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस एवं रोबोटिक्स में एमटेक और सेंटर फॉर प्रोफेशनल कोर्सेज के तहत हिजामा दलक (मसाज) व इलाज बिल गिजा में भी पाठ्यक्रम शुरू कर
By Mukesh ChaturvediEdited By: Published: Sun, 04 Aug 2019 11:25 AM (IST)Updated: Sun, 04 Aug 2019 11:25 AM (IST)
जासं, अलीगढ़ : अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (एएमयू) आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस एवं रोबोटिक्स में एमटेक और सेंटर फॉर प्रोफेशनल कोर्सेज के तहत हिजामा, दलक (मसाज) व इलाज बिल गिजा में भी पाठ्यक्रम शुरू करने जा रही है। इसका प्रारूप तय करने को कमेटी गठित की गई है। विवि में सर सैयद एवं दाराशिकोह चेयर भी स्थापित की जाएगी। इसके प्रस्ताव को भी मंजूरी दे दी गई है।
बैठक में लिए निर्णय
ये महत्वपूर्ण निर्णय शनिवार को कुलपति प्रो. तारिक मंसूर की अध्यक्षता में एकेडमिक काउंसिल (एसी) की बैठक में लिए गए। पहले कुलपति विवि की वर्तमान परिस्थिति से अवगत कराया। कहाकि विवि नियमित रूप से चल रहा है। एसी ने बैठक के 26 बिंदुओं पर आधारित एजेंडे को अपनी संस्तुति प्रदान की। जिसमें आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस एवं रोबोटिक्स में एमटेक और सेंटर फॉर प्रोफेशनल कोर्सेज के तहत हिजामा, दलक (मसाज) व इलाज बिल गिजा के पाठ्यक्रम को मंजूरी सबसे बड़ा फैसला रहा। इसमें विभिन्न शैक्षणिक विभागों के पैनल ऑफ एक्सपट्र्स की संस्तुति भी शामिल है। बैठक में विभागाध्यक्ष, संकायों के डीन, रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मुजीब उल्लाह जुबैरी, वित्त अधिकारी प्रो. जावेद अख्तर व प्रॉक्टर प्रो. अफीफुल्लाह मौजूद रहे।
सर सैयद की चेयर भी
एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खां व दाराशिकोह की चेयर भी अब कैंपस में होगी। 2020 में यूनिवर्सिटी की स्थापना के सौ साल पूरे जा रहे हैं।
25 लाख की मदद
प्रो. तारिक मंसूर ने बताया कि मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन ने यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ साइंस को 25 लाख रुपये व सेंट्रल वक्फ काउंसिल ने रेजीडेंशियल कोचिंग एकेडमी (आरसीए) को 7 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया है।
बैठक में लिए निर्णय
ये महत्वपूर्ण निर्णय शनिवार को कुलपति प्रो. तारिक मंसूर की अध्यक्षता में एकेडमिक काउंसिल (एसी) की बैठक में लिए गए। पहले कुलपति विवि की वर्तमान परिस्थिति से अवगत कराया। कहाकि विवि नियमित रूप से चल रहा है। एसी ने बैठक के 26 बिंदुओं पर आधारित एजेंडे को अपनी संस्तुति प्रदान की। जिसमें आर्टिफिसियल इंटेलीजेंस एवं रोबोटिक्स में एमटेक और सेंटर फॉर प्रोफेशनल कोर्सेज के तहत हिजामा, दलक (मसाज) व इलाज बिल गिजा के पाठ्यक्रम को मंजूरी सबसे बड़ा फैसला रहा। इसमें विभिन्न शैक्षणिक विभागों के पैनल ऑफ एक्सपट्र्स की संस्तुति भी शामिल है। बैठक में विभागाध्यक्ष, संकायों के डीन, रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद, परीक्षा नियंत्रक प्रो. मुजीब उल्लाह जुबैरी, वित्त अधिकारी प्रो. जावेद अख्तर व प्रॉक्टर प्रो. अफीफुल्लाह मौजूद रहे।
सर सैयद की चेयर भी
एएमयू के संस्थापक सर सैयद अहमद खां व दाराशिकोह की चेयर भी अब कैंपस में होगी। 2020 में यूनिवर्सिटी की स्थापना के सौ साल पूरे जा रहे हैं।
25 लाख की मदद
प्रो. तारिक मंसूर ने बताया कि मौलाना आजाद एजुकेशन फाउंडेशन ने यूनिवर्सिटी के सेंटर फॉर प्रमोशन ऑफ साइंस को 25 लाख रुपये व सेंट्रल वक्फ काउंसिल ने रेजीडेंशियल कोचिंग एकेडमी (आरसीए) को 7 लाख रुपये का अनुदान प्रदान किया है।
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