Stay Home Stay Empowered : स्टॉर्टअप्स दे रहे हैं खूब नौकरियां, वर्क फ्रॉम होम जॉब की संख्या हुई दोगुनी
जॉब सेक्टर में फिलहाल नौकरी की कमी है पर हमें चुनौती को अवसर में बदलने की जरूरत है। ऐसे में बेहतर यह है कि हमें खुद को नए दौर के लिए तैयार करना होगा। नए दौर की तकनीक सीखनी होगी।
नई दिल्ली, अनुराग मिश्र। जॉब सेक्टर में फिलहाल नौकरी की कमी है, पर हमें इस चुनौती को अवसर में बदलने की जरूरत है। ऐसे में बेहतर यह है कि हमें खुद को नए दौर के लिए तैयार करना होगा। नए दौर की तकनीक सीखनी होगी और उसकी डिमांड के मुताबिक अपनी स्किल को तराशना होगा। यहीं नहीं, स्टॉर्टअप भी बड़ी संख्या में नौकरी दे रहे हैं। हमने करियर एक्सपर्ट, संस्थानों के प्लेसमेंट अधिकारियों और नौकरी डॉट कॉम से मौजूदा समय में जॉब सेक्टर की तस्वीर के बारे में जाना।
इंडस्ट्री के नए ट्रेंड
नौकरी डॉट कॉम (Naukri.com) का कहना है कि फ्रीलांस नौकरी देने वालों और रिमोट काम करने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है। इसके अलावा, एकदम से वर्क फ्रॉम होम काम करने वालों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। प्लेटफॉर्म पर उससे जुड़ी क्वेरी करने वालों की तादाद भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि प्लेटफॉर्म पर घर से काम वाली जॉब दोगुनी बढ़ी है। यही नहीं जॉब तलाश रहे लोग भी वर्क फ्रॉम होम अधिक तलाश रहे हैं।
किस सेक्टर में अधिक हैं नौकरियां
आईआईटी पटना के ट्रेनिंग और प्लेसमेंट ऑफिसर कृपाशंकर कहते हैं कि मौजूदा समय में कुछ सेक्टरों पर काफी बुरा प्रभाव पड़ा है तो कुछ में कम और कुछ में काफी कम। टूरिज्म और हॉस्पिटेलिटी सेक्टर बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिनको ट्रैक पर आने में एक साल लगेगा। टेक कंपनियां, टेक स्टॉर्टअप, फॉर्मास्यूटिकल कंपनियां, एफएमसीजी, हेल्थ, एग्रीकल्चर, ई-कॉमर्स कंपनियां आंशिक तौर पर प्रभावित हुई हैं। ये कंपनियां लॉकडाउन पीरियड खत्म होने के बाद जल्द ही ट्रेक पर आ जाएंगी। मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को सुधरने में छह माह का वक्त लग सकता है।
इस दौर में नौकरी की संभावनाएं कम जरूर हुई हैं, पर यदि आप काबिल हैं और आपमें दमखम है तो संभावनाएं पूरी तरह समाप्त नहीं हुई हैं। नौकरी डॉट कॉम का कहना है कि हमारे आंतरिक डाटा के अनुसार, आईटी-सॉफ्टवेयर, फॉर्मा/बायोटेक/क्लीनिकल रिसर्च और इंश्योरेंस में कोरोना आपदा का प्रभाव कम पड़ा है। इन सेक्टरों से लगातार नौकरी डॉट कॉम पर लगातार जॉब पोस्ट की जा रही है। इसके अलावा, ई-कॉमर्स, बैंकिंग और फाइनेंस, एफएमसीजी, कंसलटिंग औऱ टेलीकॉम सेक्टर भी नियुक्ति कर रहे हैं, लेकिन इनकी नौकरी की रिक्तियों में कोरोना की वजह से कमी आई है। नौकरी डॉट कॉम के मुताबिक, इनके प्लेटफॉर्म पर 350 से अधिक स्टॉर्टअप हैं, जो नौकरियां दे रहे हैं।
इन की-वर्ड को ज्यादा सर्च कर रही हैं कंपनियां
नौकरी डॉट कॉम के अनुसार कंपनियां इन की-वर्ड को अधिक सर्च कर रही है। जावा, जावा स्क्रिप्ट, पाइथोन, एसक्यूएल, काउंसिलर्स, प्रोफेसर, नर्स, कॉरपोरेट सेल्स आदि।
एक्सपर्ट दे रहे हैं ये सलाह
नौकरी डॉट कॉम का कहना है कि मौजूदा स्थिति में कई लोगों की नौकरियां गई हैं, लेकिन इसमें उस व्यक्ति का दोष अधिक नहीं है। इसे किसी व्यक्ति के प्रदर्शन, क्षमता और काबिलियत के आधार पर नहीं देखा जाना चाहिए। जब बड़ी एचआर कंपनियों के एचआर से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रिज्यूम में इस दौर में गैप चिंता की बात नहीं है। ऐसे में कर्मचारी को खुद को मांझने पर ध्यान देना चाहिए। नौकरी डॉट कॉम के सर्वे में सामने आया कि कर्मचारी रीस्किलिंग और अपस्किलिंग में लगे हुए हैं। इस सर्वे में 50,000 लोगों ने भाग लिया था, जिसमें से 50 प्रतिशत ने ऐसा कहा। जॉब तलाशने वालों को दीर्घकालिक सोच रखनी चाहिए, न कि अल्पकालिक।
करियर एक्सपर्ट जतिन चावला का कहना है कि नए छात्रों को इस दौर में बेहद समझदारी से विषय का चुनाव करने की जरूरत है। मसलन अगर आप कानून के छात्र हैं तो साइबर लॉ का स्पेशलाइजेशन कर सकते हैं, बीबीए की पढ़ाई कर रहे हैं तो डिजिटल मार्केटिंग और एनालिटिक्स को स्पेशलाइजेशन के तौर पर ले सकते हैं। कंप्यूटर के छात्र हैं तो आप आईओटी, मशीन लर्निंग, एएसपी और एनालिटिक्स पर विशेषज्ञता हासिल कर सकते हैं। आप अंतिम वर्ष में ऑनलाइन इंटर्नशिप जरूर करें।
नौकरी डॉट कॉम का कहना है कि हमने अपनी वेबसाइट पर कंपनी/इंडस्ट्री के लाइव हायरिंग ट्रेकर लगाया है। लाइव वेबिनार कर रहे हैं। इसके अलावा, मेडिकप, इंश्योरेंस, हेल्थकेयर, फॉर्मा जैसे सेक्टर को भी तमाम फ्री सुविधाएं दे रहे हैं।
क्या कहता है सर्वे
नौकरी डॉट कॉम के सर्वे के अनुसार, 50 प्रतिशत से अधिक कर्मचारी करियर डेवलपमेंट के लिए अपने डोमैन नॉलेज को बेहतर करने में लगे हैं। सर्वे के अनुसार, 51.25 प्रतिशत लोग अपने डोमेन नॉलेज को बेहतर करने में लगे हैं। 28.87 प्रतिशत लोगों ने अपस्किलिंग कोर्स में आवेदन किया है। वहीं 9.09 प्रतिशत लोग प्रोफेशलनल की मदद से अपना रिज्यूमे बनवा रहे हैं, तो 9.54 प्रतिशत लोग वेबिनार के माध्यम से एक्सपर्ट काउंसिलिंग ले रहे हैं।
इन इंडस्ट्री पर पड़ा अधिक प्रभाव
-एय़रलाइंस
-ई-क़ॉमर्स
-हॉस्पिटैलिटी
-बीपीओ/आईटीईएस
इन इंडस्ट्री पर पड़ा कम प्रभाव
-फॉर्मा
-बीएफएसआई
-हेल्थकेयर
-इंश्योरेंस
फंक्शनल क्षेत्रों पर पड़ा सबसे अधिक असर
-सेल्स/ बिजनेस डेवलपमेंट
-एचआर/एडमिन
-मार्केटिंग
इन क्षेत्रों पर पड़ा कम असर
-अकाउंट्स और फाइनेंस
-डाटा एनालिटिक्स
-आईटी