उत्तराखंड लोकसेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य अधीनस्थ सेवा केे परिणाम किए घोषित
उत्तराखंड लोकसेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य अधीनस्थ सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें कुल 150 अभ्यर्थी सफल हुए हैं।
हरिद्वार, जेएनएन। उत्तराखंड लोकसेवा आयोग ने सम्मिलित राज्य अधीनस्थ सेवा परीक्षा का अंतिम परिणाम घोषित कर दिया है। इसमें कुल 150 अभ्यर्थी सफल हुए हैं। जिसमें 45 नायब तहसीलदार बने हैं।
आयोग के उपसचिव अशोक कुमार पांडेय ने बताया सम्मिलित राज्य अधीनस्थ सेवा मुख्य परीक्षा के आधार पर 12 से 15 मार्च तक कराए गए साक्षात्कार के आधार पर कुल 150 सफल हुए हैं। इसमें से 45 अभ्यर्थी नायब तहसीलदार, पूर्ति निरीक्षक पर 84, कर अधिकारी पंचायती राज विभाग छह और परिवहन कर अधिकारी पद पर 15 अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। परीक्षा परिणाम आयोग की वेवसाइट पर भी उपलब्ध है।
प्रयाग आइएएस के छात्रों ने मारी बाजी: दून स्थित प्रयाग आइएएस अकादमी के छात्रों ने परीक्षा में बाजी मारी है। प्रयाग आइएएस अकादमी के निदेशक आरए खान ने बताया कि अकादमी के पंकज चंदोला, मोहम्मद शादाब, रीनू सैनी, शुभंगनि, तनुजा बोहरा, आशुतोष नौटियाल, परवीन चंद्र सेमवाल, मीनाक्षी रावत, कमल भट्ट, मनीषा अग्रवाल, ललित मोहन, गौरव भसीन, तन्वी भट्ट, भूपेंद्र सिंह बिष्ट, मनोज सिंह धर्मशक्तू, ब्रिज मोहन, आराधना, राखी, नीलम, भास्कर समेत 60 से अधिक अभ्यर्थियों ने अंतिम रूप से चयनित हुए हैं।
सिविल सेवा परीक्षा में नैनीताल के नमित पाठक ने लहराया परचम
सिविल सेवा परीक्षा में नैनीताल के होनहार नमित पाठक ने 218वीं रैंक हासिल कर सफलता के झंडे गाड़े हैं। नमित ने चौथे प्रयास में यह सफलता हासिल की है।
मूल रूप से पिथौरागढ़ के गणाई गंगोली निवासी पूर्व बैंक अधिकारी प्रकाश पाठक व जीजीआइसी कालाढूंगी में शिक्षका हेमा पाठक के बेटे नमित ने 10वीं तक की शिक्षा 94.6 प्रतिशत अंक के साथ सेंट जोजफ्स कॉलेज से पास की। जबकि 12वीं सेंट थेरेसा कॉलेज हल्द्वानी से 86. 6 प्रतिशत अंक से उत्तीर्ण की। जबकि 2010 से 2015 तक दिल्ली के हंसराज कॉलेज से बीएससी व एमएससी किया। एमएससी में विषय जंतु विज्ञान रहा। नमित 2015 से ही सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी में जुट गए। चौथी बार में उन्हें सफलता मिली। पिछले साल वह 15 अंक से चूक गए थे। नमित ने सफलता का श्रेय माता-पिता को दिया है।
मानसरोवर यात्र पर पूछा था सवाल: नमित से परीक्षा साक्षात्कार में उत्तराखंड से संबंधित सवाल पूछे गए थे। जिसमें प्रमुख सवाल था पवित्र कैलास मानसरोवर यात्र किस जिले से जाती है। नमित का कहना है कि खुद पर विश्वास रखने व लगातार मेहनत के बाद भी सफलता नहीं मिलने पर निराश नहीं होने को सफलता का मूलमंत्र बताया। कहा कि इस सफलता से बचपन का संजोया ख्वाब पूरा हो गया। नमित आजकल ऊंचापुल हल्द्वानी में रह रहे हैं।
यह भी पढ़ें: तीसरे प्रयास में वर्णित को मिली सफलता, सिविल सेवा परीक्षा में हासिल की 13वीं रैंक
यह भी पढ़ें: श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय शुरू करेगा छह नए कोर्स, पढ़िए पूरी खबर
यह भी पढ़ें: अगर नहीं कर पाए क्लैट के लिए आवेदन, तो इस खबर को जरूर पढ़ें