यहां हैं करियर से जुड़े सवाल और उनके समाधान, आप भी ड़ालें एक नजर
पढ़ाई और करियर को लेकर कोई कंफ्यूजन हो सकती है जिनका आप भी हल ढ़ूंढ़ रहे होंगे। नीचे ऐसे ही कुछ सवाल और उनके समाधान मौजूद हैं जो शायद आपकी भी मदद कर सकते हैं....
नई दिल्ली [अरुण श्रीवास्तव]। अक्सर माता-पिता अपने बच्चों के करियर को लेकर चिंतित रहते हैं और कई बार बच्चों को भी अपने करियर को संवारने के लिए एक अच्छे मार्गदर्शक की आवश्यकता होती है। इसी तरह आपकी भी अपनी पढ़ाई और करियर को लेकर कोई कंफ्यूजन हो सकती है जिनका आप भी हल ढ़ूंढ़ रहे होंगे। नीचे ऐसे ही कुछ सवाल और उनके समाधान मौजूद हैं जो शायद आपकी भी मदद कर सकते हैं....
मेरा बेटा सातवीं का छात्र है और नर्सरी से अब तक अपनी क्लास में प्रथम आता रहा है, पर अब वह क्रिकेटर बनने की जिद कर रहा है। कृपया कोई ऐसा समाधान बताएं, जिससे क्रिकेट व पढ़ाई एक साथ हो सके।
-संजय सिंह, कुशीनगर, ईमेल से
यह कोई समस्या नहीं है। क्रिकेट की दीवानगी वाले हमारे देश में लगभग हर बच्चा क्रिकेट में रुचि रखता है। अगर आपके बेटे की भी गहरी दिलचस्पी क्रिकेट में है और आपको भी लगता है कि उसकी प्रतिभा को तराशने पर वह आगे अच्छे खिलाड़ी के रूप में डेवलप हो सकता है, तो आप उसे अपनी निगरानी में इस दिशा में आगे बढ़ा सकते हैं। ऐसा नहीं है कि पढ़ाई के साथ क्रिकेट नहीं सीखा और खेला जा सकता।
आप स्कूल/पढ़ाई के समय से समझौता न करते हुए सुबह/शाम उसे खेलने, प्रैक्टिस करने में सहयोग कर सकते हैं। इसके लिए उसे प्यार से समझाएं भी, ताकि वह पढ़ाई में भी पहले की तरह ही रुचि लेता रहे। उसे किसी टीम का हिस्सा बनने का मौका मिलता है, तो उसे प्रोत्साहित करने के लिए दूसरी टीमों के साथ मैच खेलने की अनुमति भी दें। अगर वह लगन और मेहनत के साथ लगातार बेहतर प्रदर्शन करता है, तो उसे किसी अच्छे कोच से प्रशिक्षण दिलाने की पहल भी करना ठीक रहेगा।
मैं पीसीएस की तैयारी करना चाहती हूं। उसके लिए मैं किस तरह से शुरुआत करूं, कृपया मार्गदर्शन करें।
-कृतिका, ईमेल से
आप जिस भी राज्य के पीसीएस की तैयारी करना चाहती हैं, सबसे पहले उसकी वेबसाइट पर जाकर परीक्षा प्रक्रिया को समझें। अगर प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार के तीन चरण हैं, तो तीनों को ध्यान में रखते हुए मुकम्मल तैयारी की रणनीति बनानी चाहिए, न कि एक-एक चरण की। इससे आपके अध्ययन का दायरा व्यापक होगा और पढ़ाई के दौरान कॉन्सेप्ट भी क्लीयर होता जाएगा। मुख्य और प्रारंभिक परीक्षा के सिलेबस को ध्यान में रखते हुए प्रामाणिक संदर्भ ग्रंथों से एक बार कंपलीट अध्ययन कर लेना चाहिए।
एक बार सिलेबस को कवर कर लेने के बाद यह देखें कि प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा में पिछले चार-पांच वर्षों में किस तरह के प्रश्न पूछे जाते रहे हैं। इन प्रश्नों के नेचर को समझते हुए सिलेबस को फिर से रिवाइज करें। इस दौरान चाहें तो नोट्स भी बना सकते हैं। सामान्य अध्ययन, सामान्य जागरूकता की तैयारी के लिए आपको किसी राष्ट्रीय समाचार को नियमित रूप से पढ़ना चाहिए और उसके नोट्स भी लेने चाहिए। इसके लिए आप ऑनलाइन भी मदद ले सकती हैं।
मैं एमकॉम की स्टूडेंट हूं। कॉलेज प्रोफेसर बनना चाहती हूं, पर मेरी रुचि कार्टूनिंग में भी है। मैं काफी दुविधा में हूं। कृपया मार्गदर्शन करें। क्या मैं दोनों चीजें एक साथ कर सकती हूं? मुझे किस फील्ड में अपना करियर बनाना चाहिए?
-ज्योति जांगड़ा, ईमेल से
दोनों चीजें एक साथ भी हो सकती हैं, लेकिन इसके लिए फाइन आट्र्स की पढ़ाई करनी होगी। उसमें पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी करके प्रोफेसर भी बन सकती हैं और कार्टूनिंग का अपना शौक भी पूरा कर सकती हैं। एमकॉम के आधार पर टीचिंग में आगे बढ़ना चाहती हैं, तो कॉमर्स में पीएचडी करनी होगी। इसके साथ शौकिया तौर पर कार्टूनिंग का काम कर सकती हैं। हां, अगर कार्टूनिस्ट के रूप में पहचान बनाना चाहती हैं, तो आपको इस फील्ड में प्रोफेशनल एजुकेशन हासिल करनी चाहिए।