करियर से जुड़ी हर समस्या यहां होगी हल
यूट्यूब पर अपना चैनल बनाकर आप कॉमेडी के अपने यूनीक वीडियो वहां अपलोड कर सकते हैं। धैर्य के साथ ऐसा करते रहें।
नई दिल्ली [अरुण श्रीवास्तव]। मैंने मैकेनिकल से बीई किया है और अभी गवर्नमेंट जॉब की तैयारी कर रहा हूं, लेकिन मुझे लगता है कि मैं बहुत अच्छी कॉमेडी कर लेता हूं और मैं इसी फील्ड में आगे बढ़ना चाहता हूं। मेरा मार्गदर्शन करें।
-राधे राय, ललितपुर, उ.प्र., ईमेल से
यह बहुत अच्छी बात है कि आपका पैशन कॉमेडी है और आप उसी में अपनी पहचान भी बनाना चाहते हैं। आज के ऑनलाइन और सोशल मीडिया के दौर में देश और दुनिया में बहुत सारे बच्चे, किशोर, युवा आदि अपने टैलेंट को इस पर प्रदर्शित कर पहचान भी बना रहे हैं और पैसे भी कमा रहे हैं। आपको भी इसका जल्द इस्तेमाल आरंभ कर देना चाहिए। यूट्यूब पर अपना चैनल बनाकर आप कॉमेडी के अपने यूनीक वीडियो वहां अपलोड कर सकते हैं। धैर्य के साथ ऐसा करते रहें। कुछ महीनों में आपको इसका परिणाम दिखने लगेगा। आप स्थानीय और राज्य स्तर पर भी अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकते हैं। एक बार अच्छी लोकप्रियता हासिल हो जाने के बाद आपको टीवी, फिल्मों, वेब सीरीज आदि पर भी मौके मिल सकते हैं। हां, इतना अवश्य ध्यान रखें कि अपनी कॉमेडी में समय के अनुसार ताजगी का तड़का लगाते रहें, ताकि लोग उत्साह के साथ आपसे जुड़ते रहें। इसके अलावा, समय के साथ सीखते और खुद को तराशते भी रहें।
मैं 12वीं पास हूं। आर्थिक स्थिति कमजोर होने के कारण नौकरी करना चाहता हूं। घर से ही नेवी, एयरफोर्स और कोस्ट गार्ड की तैयारी कर रहा हूं। मैं बचपन से आइएएस बनना चाहता हूं। क्या नौकरी लगने के बाद मैं आइएएस बन सकता हूं?
-राजकुमार वर्मा, ईमेल से
अगर आप आइएएस को लेकर वाकई गंभीर हैं और आपको लगता है कि आप इसके लिए पूरी तरह से सक्षम हैं, तो नौकरी मिलने के बाद भी इसकी तैयारी को मैनेज कर सकते हैं। हां, अगर नौकरी में काम का दबाव बढ़ता है तो तैयारी में मुश्किल हो सकती है। क्योंकि देश की इस सबसे प्रतिष्ठित सेवा के लिए सही दिशा में स्ट्रेटेजी के साथ बहुत फोकस्ड तैयारी करनी होती है और पर्याप्त समय भी देना होता है।
मैंने बीए संस्कृत और इंग्लिश लिटरेचर विषयों से किया है, जिसमें मेरे 49 प्रतिशत अंक आए हैं। मेरा एक ही सपना है, आइएएस बनने का। क्या इतने अंकों के साथ मैं आइएएस बन सकता हूं?
-मयंक मिश्रा, ईमेल से
आइएएस सिविल सेवा परीक्षा के जरिए बना जाता है, जिसका आयोजन यूपीएससी द्वारा हर साल किया जाता है। इसके लिए अंकों की कोई बाध्यता नहीं है, बस आपको ग्रेजुएशन उत्तीर्ण होना चाहिए। हां, अपने सपने को पूरा करने के लिए आपको सही दिशा में कड़ी मेहनत करनी होगी। अपनी क्षमता का अच्छी तरह आकलन करते हुए सोच विचारकर ही आगे बढ़ें। अगर आपके अंक कम आए हैं, तो उसकी चिंता छोड़कर नये सिरे से सही दिशा में गंभीरता के साथ फोकस्ड तैयारी करें।
मैं बारहवीं पास हूं और मुझे प्रोफेसर बनना है। इसके लिए कौन-सा कोर्स सही होगा? बीएससी और बीएससी (ऑनर्स) को लेकर भी दुविधा है कि इसमें क्या सही होगा?
-नूपुर चौरसिया, ईमेल से
बीएससी प्रोग्राम में दो साल तीन विषय और तीसरे/आखिरी साल दो विषय पढ़ने होते हैं, जबकि ऑनर्स एक ही विषय में स्पेशलाइजेशन होता है। जहां तक प्रोफेसर बनने की बात है, तो इसके लिए आपको पहले ग्रेजुएशन और फिर अपने पसंदीदा विषय में कम से कम 55 प्रतिशत अंकों से पोस्ट ग्रेजुएशन करना होगा। इसके बाद आप एनटीए/यूजीसी/सीएसआइआर द्वारा आयोजित नेट/जेआरएफ क्वालिफाई करके एमफिल/पीएचडी ज्वाइन कर सकती हैं। नेट के आधार पर आप कॉलेज/विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर पद के लिए आवेदन भी कर सकती हैं। अगर किसी कारण नेट नहीं क्वालिफाई कर पातीं, तो पीएचडी पूरी करके उसके आधार पर आगे बढ़ सकती हैं। अगर किसी वजह से पीजी, पीएचडी, नेट नहीं कर पाती हैं और अध्यापन के क्षेत्र में जाना चाहती हैं, तो बीएड या समकक्ष कोर्स करके सीटीईटी या टीईटी क्वालिफाई कर आगे बढ़ सकती ह