जल्द शुरू होने वाली हैं 12वीं की परीक्षाएं, तैयारी के लिए अपनाएं ये टिप्स
12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं जल्द शुरू होने वाली हैं ऐसे में छात्रों के पास समय कम बचा है और उनकी बेचैनी भी चरम पर है।
नई दिल्ली [अरुण श्रीवास्तव]। 12वीं की बोर्ड की परीक्षाएं जल्द शुरू होने वाली हैं ऐसे में छात्रों के पास समय कम बचा है और उनकी बेचैनी भी चरम पर है। तो कैसे तैयारी करें और किन टिप्स को फॉलो करें, इस तरह की सभी जानकारियां यहां मौजूद हैं। इसके अलावा करियर और पढ़ाई से जुड़े अन्य प्रश्न और उनके उत्तर भी नीचे दिए गए हैं, ड़ालें उनपर एक नजर...
मैं सीबीएसई बोर्ड से 12वीं साइंस स्ट्रीम का स्टूडेंट हूं। जैसा कि हम सब जानते हैं कि फरवरी से हमारी परीक्षाएं आरंभ हो रही हैं। ऐसे में हमें किस तरह से तैयारी करनी चाहिए? मैंने अब फिजिक्स और केमिस्ट्री के जो रेफरेंस बुक्स पढ़ी हैं, क्या एग्जाम के लिए कोई दूसरी बुक भी पढ़नी चाहिए?
-गणेश शंकर चौरसिया, बस्ती, उप्र, ईमेल से
आपने अब तक जो किताबें पढ़ी हैं, अगर उनसे पूरा कोर्स कवर होता है तो मेरे ख्याल से अब किसी नई बुक को पढ़ने की जरूरत नहीं है। हां, अब आपको एक बार फिर से पूरा सिलेबस कवर करने और रिवीजन के बाद अगले चरण में उन चैप्टर्स पर अधिक फोकस करना चाहिए, जिससे हर साल ज्यादा सवाल पूछे जाते हैं। इस दौरान मॉक पेपर्स के जरिए आप प्रश्नों को हल करने/उनका सर्वश्रेष्ठ उत्तर देने की प्रैक्टिस भी करें। परीक्षा में जोरदार प्रदर्शन करना है, तो किसी भी प्रकार के तनाव से खुद को मुक्त रखते हुए पढ़ाई का भरपूर आनंद लेने की कोशिश करनी चाहिए। आपने अब तक हर साल परीक्षा दी है। उस कड़ी में यह भी एक परीक्षा है। चूंकि आपने पूरे साल पढ़ाई की है, इसलिए कोई अतिरिक्त दबाव लेने की बजाय अपनी स्वाभाविक तैयारी करें। इस दौरान सोने, टहलने, व्यायाम करने/खेलने, मनोरंजन, सुपाच्य भोजन आदि का भी पूरा ध्यान रखें।
मेरी बेटी आइटीएम यूनिवर्सिटी, ग्वालियर में बीआर्क की पढ़ाई कर रही है। अब उसके दो सेमेस्टर बचे हैं। इसके बाद उसे क्या करना चाहिए? वह मास्टर कोर्स करे या फिर जॉब ज्वाइन करे?
-राकेश शर्मा, छतरपुर, मप्र, ईमेल से
मुझे लगता है कि पारिवारिक और आर्थिक पृष्ठभूमि बेहतर होने के कारण आपकी बेटी के लिए जल्दी जॉब करना जरूरी नहीं है। अब तक उसका प्रदर्शन भी अच्छा रहा है। ऐसे में मेरे ख्याल से उसे किसी अच्छे संस्थान से मास्टर कोर्स करने की तरफ बढ़ाना चाहिए। इसके अलावा, इस विषय में उसकी रुचि वाले किसी खास क्षेत्र में विशेषज्ञता हासिल करने का प्रयास भी करना चाहिए। इससे उसे अपनी अलग पहचान बनाने में आसानी होगी। दिल्ली में स्थित स्कूल ऑफ प्लानिंग ऐंड आर्किटेक्चर की अलग प्रतिष्ठा है। हालांकि देश के कई विश्वविद्यालयों में एम. आर्क कोर्स उपलब्ध है। आप अपनी पसंद और सुविधा के अनुसार इनमें से किसी को चुन सकते हैं।
जो आइआइटी, आइआइएम या यूपीएससी कर लेते हैं, क्या वे गॉड गिफ्टेड होते हैं? यह सवाल मेरे दिमाग में सालों से घूम रहा है।
-राहुल सिंह, हरियाणा, ईमेल से
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। किसी भी लक्ष्य को पाने के लिए हर व्यक्ति को एक जैसी ही मेहनत करनी होती है। हां, यह बात अलग है कि उत्साह और भरपूर रुचि के साथ मेहनत करने से किसी का रास्ता आसान हो जाता है यानी उसे जल्दी बातें समझ में आ जाती हैं, जबकि रुचि और उत्साह न होने के बावजूद किसी खास दिशा में बहुत मेहनत करने के बावजूद कामयाबी नहीं मिल पाती। इसलिए सबसे पहले यह देखने की जरूरत होती है कि हमारी रुचि किस फील्ड में है? रुचि को जानकर उस क्षेत्र में कदम बढ़ाने पर उत्साह हमेशा बना रहता है। अगर शुरू में कामयाबी नहीं भी मिलती है, तो भी गहरी रुचि हमारे इरादे को और पक्का कर देती है और आखिरकार एक न एक दिन कामयाबी मिलती ही है।