RBI में अधिकारी या बनना है पीओ, यहां पढ़ें आपके सारे सवालों के जवाब
आरबीआइ बैंकिंग और अर्थव्यवस्था के जानकार विशेषज्ञों की जरूरत होती है। आरबीआइ में अधिकारी बनने के लिए आपको पहले इकोनॉमिक्स ऑनर्स और इस विषय में पीजी करना चाहिए।
नई दिल्ली, अरुण श्रीवास्तव। अगर आप भी रिजर्व बैंक में अधिकारी या पीओ बनना चाहते हैं और आपके मन में बहुत सारे सवाल हैं, जिनसे आपको अपने करियर के चुनाव में उलझन हो रही है, तो घबराइए मत। आपके सभी सवालों के जवाब हमारे पास हैं। आज हम पाठकों के कुछ ऐसे ही सवालों के जवाब अपनी इस रिपोर्ट में देने जा रहे हैं, जो आपकी बहुत मदद करेंगे।
शांभवी त्रिपाठी, ईमेल से: मैं रिजर्व बैंक में मैनेजर बनना चाहती हूं। अभी मैं 12वीं क्लास में हूं। कॉमर्स स्ट्रीम से यूपी बोर्ड से पढ़ाई कर रही हूं। आगे कौन-सी तैयारी करूं?
उत्तर: भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) भारत सरकार की तरफ से सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के बैंकों के लिए नीति निर्धारक का काम करता है। बैंकों का बैंक होने के कारण इसमें बैंकिंग और अर्थव्यवस्था के जानकार विशेषज्ञों की जरूरत होती है। आरबीआइ में अधिकारी बनने के लिए आपको पहले इकोनॉमिक्स ऑनर्स और इस विषय में पीजी करना चाहिए। इसके बाद आप आरबीआइ द्वारा सीधे रिक्तियां निकालने पर या आरबीआइ की तरफ से संघ लोक सेवा आयोग द्वारा विज्ञापन निकालने पर आवेदन कर सकती हैं। आवश्यकतानुसार लिखित परीक्षा/ साक्षात्कार में प्रदर्शन के आधार पर आपका चयन हो सकता है। कॉमर्स/इकोनॉमिक्स में पीएचडी और अन्य तरह के स्पेशलाइजेशन से योग्यता बढ़ाकर उच्च पदों के लिए भी एलिजिबल हो सकती हैं।
आशुतोष पांडेय, ईमेल से: मैं पीसीएम से बीएससी प्रथम वर्ष का स्टूडेंट हूं। बैंक में पीओ बनना चाहता हूं। मुझे क्या करना चाहिए? कृपया मार्गदर्शन करें।
उत्तर: आप ग्रेजुएशन के आधार पर परिवीक्षा अधिकारी (पीओ) पद के लिए ली जाने वाली प्रतियोगिता परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। भारतीय स्टेट बैंक अपनी स्वतंत्र परीक्षा लेता है, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य बैंकों के लिए इंस्टीट्यूट ऑफ बैंकिंग पर्सनल सर्विसेज (आइबीपीएस) द्वारा परीक्षा ली जा जाती है। अगर आप अभी से तैयारी आरंभ कर दें, तो ग्रेजुएशन पूरा करते ही पहले प्रयास में ही अपनी कामयाबी सुनिश्चित करा सकते हैं। इसके लिए इस परीक्षा के स्वरूप, प्रश्नों के स्तर और प्रकृति आदि की जानकारी के लिए आप आइबीपीएस की वेबसाइट देख सकते हैं। तैयारी के साथ-साथ प्रश्नों को हल करने की नियमित प्रैक्टिस फायदेमंद हो सकती है।
शरद कुमार, ईमेल से: क्या 5 वर्षीय एलएलबी के बाद बीएड किया जा सकता है?
उत्तर: बीएड (बैचलर ऑफ एजुकेशन) करने के लिए न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन होती है। पांच वर्षीय एलएलबी में बारहवीं के बाद सीधे प्रवेश दिया जाता है। पांच वर्ष का बैचलर ऑफ लॉ कोर्स होने के कारण इसे पूरा करने वाले स्टूडेंट को लॉ ग्रेजुएट की डिग्री मिलती है। ऐसे में इसके आधार पर बीएड किया जा सकता है।
पंकज, ईमेल से: मेरी उम्र 35 वर्ष है। आइएएस बनना चाहता हूं। कृपया इस परीक्षा के लिए उम्र सीमा, परीक्षा और सिलेबस के बारे में बताएं। मैं ओबीसी कैटेगरी से संबंधित हूं।
उत्तर: संघ लोक सेवा आयोग के नियमों के अनुसार सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी की न्यूनतम उम्र 21 साल और अधिकतम उम्र 32 वर्ष होनी चाहिए। अनुसूचित जाति/अनु. जनजाति के अभ्यर्थी के लिए अधिकतम उम्र सीमा में 5 साल और ओबीसी अभ्यर्थी के मामले में 3 साल की छूट है। इसका मतलब यह हुआ कि ओबीसी अभ्यर्थी के रूप में आप अधिकतम 35 साल की उम्र तक ही इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। अगला नोटिफिकेशन अब अगले साल यानी 2019 के लिए दिसंबर जनवरी में आएगा और इसके लिए उम्र की गणना उस साल 1 अगस्त को आधार बनाकर की जाएगी। अगर तब तक उम्र 35 साल से कम होती है, तभी इस परीक्षा में शामिल हुआ जा सकता है। जहां तक इस परीक्षा के स्वरूप और सिलेबस की बात है, तो इसके लिए आप संघ लोक सेवा आयोग की वेबसाइट देख सकते हैं।