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पॉलीटेक्निक : राजकीय, एडेड संस्थान में प्रवेश लिया तो छात्राओं को मिलेंगे 50 हजार रुपये

जकीय और एडेड पॉलीटेक्निक संस्थानों में इस साल प्रवेश लेने वाली छात्राओं के लिए खुशखबरी है। उन्हेंं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) स्कॉलरशिप देगी। यह धनराशि 50 हजार रुपये सालाना हो सकती है। इस योजना को इस बार अमलीजामा पहनाने की तैयारी हो चुकी है।

By Abhishek PandeyEdited By: Published: Tue, 10 Nov 2020 09:42 AM (IST)Updated: Tue, 10 Nov 2020 09:42 AM (IST)
पॉलीटेक्निक : राजकीय, एडेड संस्थान में प्रवेश लिया तो छात्राओं को मिलेंगे 50 हजार रुपये
अभी तक करीब छह जार छात्राएं राजकीय व एडेड संस्थानों में प्रवेश ले चुकी हैं।

बरेली, जेएनएन। राजकीय और एडेड पॉलीटेक्निक संस्थानों में इस साल प्रवेश लेने वाली छात्राओं के लिए खुशखबरी है। उन्हेंं अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई)  स्कॉलरशिप देगी। यह धनराशि 50 हजार रुपये सालाना हो सकती है। इस योजना को लेकर पिछले साल तैयारी शुरू हुई थी लेकिन इस बार अमलीजामा पहनाने की तैयारी हो चुकी है।

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संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद के सचिव एसके वैश्य ने बताया कि पॉलीटेक्निक संस्थानों में दाखिले के सातवें चरण की काउंसिलिंग चल रही है। अभी तक करीब छह जार छात्राएं राजकीय व एडेड संस्थानों में प्रवेश ले चुकी हैं। अभी भी राजकीय महिला पॉलीटेक्निक संस्थानों में करीब 2,942 सीटें छात्राओं के लिए खाली हैं। इनमें से 1800 सीटें इंजीनियरिंग की हैं। ऐसी छात्राएं जिन्होंने अब तक प्रवेश न लिया हो, वे पंजीकरण करा सकती हैं। उसके बाद 13 से 15 नवंबर तक विकल्प भरने के बाद 16 नवंबर को नतीजे जारी किए जाएंगे। 18 नवंबर तक डॉक्यूमेंट का सत्यापन कराते हुए प्रवेश की प्रक्रिया पूरी करनी होगी। उन्होंने बताया कि इन संस्थानों की छात्राओं को एआइसीटीई स्कॉलरशिप देने की तैयारी कर चुकी है। जल्द ही विस्तृत निर्देश जारी होंगे।

छह चरण के बाद भी एक लाख 52 हजार सीटें खाली

पॉलीटेक्निक संस्थानों में सीटें भरना मुश्किल हो गया है। छह चरण की काउंसिलिंग बीतने के बाद भी एक लाख 52 हजार से ज्यादा सीटें अब तक खाली हैं। यह स्थिति तब है जबकि संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद ने सीधे दाखिले का रास्ता खोल दिया है। लेकिन छात्रों का रुझान नहीं हो रहा। सबसे खराब स्थिति प्राइवेट संस्थानों की है। कुल खाली सीटों में से एक लाख 40 हजार तो सिर्फ इन संस्थानों की हैं। परिषद की ओर से जारी रिपोर्ट में यह आंकड़े सामने आए हैं। अभी तीन चरण की काउंसिलिंग का मौका है, ताकि ज्यादा से ज्यादा सीटें  भर सकें।

छह चरणों में हुए अब तक प्रवेश की स्थिति

राजकीय संस्थान (महिला, पुरुष) : 32,720 में 5,435 खाली

महिला संस्थान : 5398 में 2,942  सीटें खाली

सहायता प्राप्त संस्थान : (महिला, पुरुष) : 9156 में 2520 सीटें खाली

महिला संस्थान : 739 में 610 सीटें खाली

निजी संस्थान : (महिला, पुरुष) : 1,90,656 में 1,40,626 सीटें खाली

महिला संस्थान : 180 में 136 सीटें खाली

कुल सीटें : 2,38,849 में 1,52,269 खाली


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