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NEET Result 2020: नीट रिजल्ट में गड़बड़ियों के कई मामले उजागर, 329 मार्क्स पाने वाला छात्र, जांच के बाद निकला एसटी केटेगरी में ऑल इंडिया टॉपर

NEET Result 2020 राजस्थान के गंगापुर शहर के रहने वाले नीट यूजी परीक्षा के उम्मीदवार मृदुल रावत को एनटीए द्वारा जारी रिजल्ट में 720 में 329 अंक दिए गए थे। जबकि ओएमआर रिस्पॉन्स शीट और आंसर की के अनुसार मृदुल को 650 अंक मिलने की उम्मीद थी।

By Nandini DubeyEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 06:24 PM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 06:24 PM (IST)
NEET Result 2020: नीट रिजल्ट में गड़बड़ियों के कई मामले उजागर, 329 मार्क्स पाने वाला छात्र, जांच के बाद निकला एसटी केटेगरी में ऑल इंडिया टॉपर
एनटीए द्वारा जारी रिजल्ट में एक बहुत बड़ी गलती सामने आई है
NEET Result 2020: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 16 अक्टूबर को राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा, यानी नीट यूजी 2020 (NEET UG 2020) का परिणाम घोषित कर दिया है। अब इसमें गड़बड़ियों के कई मामले उजागर हो रहे हैं। एनटीए द्वारा जारी रिजल्ट में एक बहुत बड़ी गलती सामने आई है। ताजा मामला एसटी केटेगरी के एक उम्मीदवार से जुड़ा हुआ है, जिसे एनटीए द्वारा जारी किए गए रिजल्ट में बहुत कम अंक दिए गए थे। इस स्थिति में उसका एमबीबीएस में प्रवेश मिलना असंभव हो गया था। जबकि, जांच के बाद वो एसटी केटेगरी में ऑल इंडिया टॉपर पाया गया।

राजस्थान के गंगापुर शहर के रहने वाले नीट यूजी परीक्षा के उम्मीदवार, मृदुल रावत को एनटीए द्वारा जारी रिजल्ट में 720 में 329 अंक दिए गए थे। जबकि, ओएमआर रिस्पॉन्स शीट और आंसर की के अनुसार, मृदुल को 650 अंक मिलने की उम्मीद थी। मृदुल ने ओएमआर शीट और आंसर की के आधार पर एनटीए के रिजल्ट को चुनौती दी और जांच करने की मांग की तो वह एसटी केटेगरी में ऑल इंडिया टॉपर निकला। एनटीए द्वारा संशोधित रिजल्ट में मृदुल को 650 अंक प्राप्त हुए।

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वहीं, एक अन्य मामले में एक छात्रा ने नीट रिजल्ट की मूल्यांकन प्रणाली को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दायर की है। नीट रिजल्ट में छात्रा को जीरो मार्क्स प्राप्त हुए हैं। हाईकोर्ट की नागपुर पीठ में अपनी याचिका दायर कर छात्रा ने कहा है कि उसे 720 में कम से कम 600 मार्क्स प्राप्त करने की उम्मीद थी। लेकिन, फाइनल स्कोर कार्ड देख कर उसे सदमा लग गया है। वहीं, छात्रा का पक्ष रख रहे अधिवक्ता अश्विन पांडेय ने कहा कि 12वीं में छात्रा को 81.85 प्रतिशत मार्क्स हासिल हुए हैं। नीट परीक्षा में उसे 600 अंक प्राप्त होने की उम्मीद थी। जबकि, उसे शून्य अंक दिए गए हैं। 600 से अधिक अंक प्राप्त करने की उम्मीद रखने वाले उम्मीदवार को जीरो मार्क्स कैसे मिल सकते हैं? निश्चित तौर पर ऑनलाइन असेसमेंट सिस्टम में खामियां हैं। अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि एनटीए ने छात्रा की ओएमआर शीट भी अपलोड नहीं की है। वहीं, कोर्ट ने एनटीए को निर्देश दिया कि वह अगली सुनवाई तक स्पष्ट करे कि छात्रा की ओएमआर शीट अपलोड की गई है, या नहीं।

बता दें कि नीट रिजल्ट के मार्क्स में गड़बड़ी के कई अन्य मामले भी सामने आए हैं। महाराष्ट्र के अकोला जिले के एक उम्मीदवार ने अपने स्कोर को लेकर एनटीए के पास शिकायत दर्ज कराई है। छात्र द्वारा ओएमआर शीट और आंसर की का मिलान करने पर उसे पूरे 720 अंक प्राप्त हो रहे थे। जबकि, एनटीए द्वारा जारी परिणाम में उसे महज 212 अंक ही प्राप्त हुए हैं। छात्र के अनुसार इतने कम मार्क्स आना असंभव है। इसके अतिरिक्त भी कई उम्मीदवारों द्वारा एनटीए के मूल्यांकन सॉफ्टवेयर में तकनीकी गड़बड़ियों की शिकायतें की जा रही हैं।

वहीं, इस पूरे मामले को लेकर एनटीए के महानिदेशक ने कहा है कि रिजल्ट में इस तरह की गड़बड़ियां नहीं होनी चाहिए। फिरभी, उम्मीदवारों की शिकायतों का एक-एक करके जल्द निपटारा कर दिया जाएगा।


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