पढ़िए इस लड़की के असाधारण संघर्ष की कहानी, एक मामूली क्लर्क से कैसे बन गई जज
प्रतिभा ने बताया कि उन्होंने इसी वर्ष उत्तर-प्रदेश की न्यायिक सेवा सिविल जज परीक्षा पास की है परीक्षा परिणाम जुलाई 2019 में आया था।
नई दिल्ली [शुजाउद्दीन]। पूर्वी दिल्ली नगर निगम के प्रतिभा विद्यालय की शिक्षिका प्रतिभा सिंह एक नई जिम्मेदारी संभालने की तैयारी में हैं। बैंक क्लर्क और शिक्षिका के बाद प्रतिभा जज बनकर न्यायालय में न्याय करेंगी।
सीलपुर के निगम स्कूल से शुरू की पढ़ाई
प्रतिभा (33) अपने परिवार के साथ जगतपुरी एक्सटेंशन में रहती हैं। वह जीटीबी एंक्लेव के नंद विहार प्रतिभा स्कूल में शिक्षिका हैं। प्रतिभा ने बताया कि उन्होंने इसी वर्ष उत्तर-प्रदेश की न्यायिक सेवा सिविल जज परीक्षा पास की है, परीक्षा परिणाम जुलाई 2019 में आया था।
प्रतिभा ने इलाहाबाद हाई कोर्ट से इसी माह नियुक्ति पत्र मिलने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि 2017 में भी उन्होंने यह परीक्षा दी थी, लेकिन वह साक्षात्कार में कुछ नंबरों से रह गई थीं। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और दोबारा से परीक्षा दी और पास हुई। उन्होंने बताया इस परीक्षा के पास करने के बाद वह सिविल जज और मजिस्ट्रेट के पद पर नियुक्त होंगी। प्रतिभा ने बताया कि उनकी प्राथमिक शिक्षा सीलमपुर के निगम स्कूल से हुई है।
बैंक में नौकरी करते-करते की डीयू से एलएलबी
प्रतिभा ने बताया कि वह मूल रूप से उत्तर-प्रदेश की रहने वाली हैं। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी, ऐसे में उनके पिता परिवार को लेकर सीलमपुर आ गए थे। 12वीं के बाद नौकरी तलाश करनी शुरू की और उन्हें गोकलपुर के एसबीआइ बैंक शाखा में क्लर्क की नौकरी मिल गई। उसी दौरान उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में एलएलबी में दाखिला लिया। सुबह से लेकर दोपहर तक वह बैंक में काम करती और शाम के वक्त डीयू में कक्षाएं लेती। इसके बाद उनकी नौकरी शिक्षिका के तौर पर स्कूल में लग गई। प्रतिभा अपनी कामयाबी का श्रेय परिवार और शिक्षक केपी सिंह को देती हैं।