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IIT Delhi: प्रायोजित शोध फंड में हुई चार गुना बढ़ोतरी, कई संस्थानों के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट पर चल रहा काम

पिछले दो वित्तीय वर्ष से संस्थान को 400 करोड़ रुपये के फंड प्रायोजित शोध प्रोजेक्ट के लिए मिल रहे हैं। इससे शोध में बढ़ावा मिल रहा है।

By Neel RajputEdited By: Published: Sun, 03 Nov 2019 04:25 PM (IST)Updated: Sun, 03 Nov 2019 04:25 PM (IST)
IIT Delhi: प्रायोजित शोध फंड में हुई चार गुना बढ़ोतरी, कई संस्थानों के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट पर चल रहा काम
IIT Delhi: प्रायोजित शोध फंड में हुई चार गुना बढ़ोतरी, कई संस्थानों के साथ रिसर्च प्रोजेक्ट पर चल रहा काम

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आइआइटी दिल्ली के प्रायोजित शोध प्रोजेक्ट के फंड में चार गुना की बढ़ोतरी हुई है। आइआइटी दिल्ली में वर्ष 2014-15 में 164 स्वीकृत शोध प्रोजेक्ट के लिए 87.10 करोड़ रुपये के फंड मिले थे। वहीं पिछले दो वित्तीय वर्ष से संस्थान को 400 करोड़ रुपये के फंड, प्रायोजित शोध प्रोजेक्ट के लिए मिल रहे हैं। इससे शोध में बढ़ावा मिल रहा है।

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आइआइटी दिल्ली के निदेशक प्रो. वी. रामगोपाल राव ने बताया कि इसके अलावा संस्थान कई विभागों एवं संस्थानों के साथ शोध प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। आइआइटी दिल्ली, अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के साथ मिलकर मेडिसिन के क्षेत्र में 47 प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आइसीएआर) के साथ मिलकर कृषि में 10 प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ इम्यूनोलॉजी (एनआइआइ) के साथ 5 प्रोजेक्ट पर काम चल रहा है।

संस्थान के पूर्व छात्रों की ओर से एंडोमेंट फंड (अक्षय निधि) में दिए जा रहे योगदान को स्टार्टअप एवं शोध में इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही इस फंड के तहत आइआइटी दिल्ली कई अन्य प्रतिष्ठित प्रोफेसरों को संस्थान में पढ़ाने के लिए भी बुलाएगा।

प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस पद का होगा गठन

आइआइटी दिल्ली में प्रोफेसर ऑफ प्रैक्टिस के पद का गठन किया जाएगा। संस्थान के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसमें कई ऐसे प्रोफेसर हैं जिन्होंने 45 वर्ष की आयु तक शोध एवं अन्य क्षेत्रों में काम किया है।

50वें दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में स्टैंप किया गया जारी

संस्थान के दीक्षांत समारोह पर डाक टिकट भी जारी किया गया। 50वें दीक्षांत समारोह के उपलक्ष्य में छात्रों की ओर से तैयार किए गए लोगो के साथ स्मरणीय स्टैंप शनिवार को जारी किया गया। इस लोगो को तैयार करने में एक महीने का समय लगा है। इस वर्ष कुल 2,042 छात्रों को डिग्री प्रदान की गघ। स्नातक के 825, पीजी के 886 और पीएचडी के 331 छात्रों को डिग्री दी गई। संस्थान की तरफ से स्नातक डिग्री में टॉप करने वाले छात्रों को राष्ट्रपति स्वर्ण पदक से नवाजा गया। इसके अतिरिक्त संस्थान अपने पूर्व छात्रों को प्रतिष्ठित एल्युमिनी अवॉर्ड एवं प्रतिष्ठित एल्युमिनी सर्विस अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। इस वर्ष प्रतिष्ठित एल्युमिनी अवॉर्ड फिल्पकार्ट के सह- संस्थापक बिनी बंसल समेत डॉ मोहित एरोन, प्रो केशव को दिया गया।


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