CBSE Board Examination: दून रीजन से 1.42 लाख छात्र देंगे सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा
सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में दून रीजन से एक लाख 42 हजार 515 छात्र शामिल होंगे। इनमें 10वीं के 80 हजार 168 जबकि 12वीं में 62 हजार 347 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।
देहरादून, जेएनएन। अगले माह होने वाली सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में दून रीजन से एक लाख 42 हजार 515 छात्र शामिल होंगे। इनमें 10वीं के 80 हजार 168 जबकि 12वीं में 62 हजार 347 छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं।
सीबीएसई 12वीं की परीक्षा 22 फरवरी, जबकि 10वीं की परीक्षा 26 फरवरी से शुरू होगी। दून रीजन में उत्तराखंड के 13 जिलों के अलावा उत्तर प्रदेश के आठ जनपदों के 1095 स्कूल शामिल हैं। जिनमें 984 निजी स्कूल और 111 केवि व जवाहर नवोदय विद्यालय आते हैं। दून रीजन में परीक्षा के लिए 264 केंद्र बनाए गए हैं। इनमें 166 उत्तराखंड, जबकि 98 उत्तर प्रदेश में हैं। सीबीएसई के क्षेत्रीय अधिकारी रणबीर सिंह ने बताया कि बोर्ड एग्जाम के लिए परीक्षा केंद्रों पर ऑब्जर्वर नियुक्त किए गए हैं। इसके अलावा 450 पर्यवेक्षक और केंद्र अधीक्षकों की निगरानी में परीक्षा कराई जाएगी।
परीक्षा केंद्र
- उत्तराखंड---------------166
- उत्तर प्रदेश---------------98
- कुल परीक्षा केंद्र--------264
- कुल स्कूल--------------1095
जनपदवार परीक्षा केंद्र
- अल्मोड़ा---------------06
- बदायूं---------------05
- बागेश्वर---------------05
- बिजनौर---------------19
- चमोली---------------05
- चंपावत---------------04
- देहरादून---------------43
- हरिद्वार---------------23
- च्योतिबा फूले नगर--06
- मुरादाबाद--------------12
- मुजफ्फरनगर---------18
- नैनीताल--------------24
- पौड़ी-----------------10
- पिथौरागढ़-----------09
- रामपुर--------------09
- रुद्रप्रयाग------------02
- सहारनपुर-----------22
- संभल---------------07
- टिहरी गढ़वाल-----04
- यूएसनगर----------27
- उत्तरकाशी--------04
रणबीर सिंह (क्षेत्रीय अधिकारी, सीबीएसई) का कहना है कि बोर्ड एग्जाम को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। हर वर्ष की तरह परीक्षा सही ढंग से संपन्न हो, इसके लिए पुलिस-प्रशासन से सहयोग मांगा गया है। बच्चों पर परीक्षा का तनाव न हावी हो इसके भी प्रयास किए जा रहे हैं। मैंने खुद 36 जगह जाकर छात्र-छात्राओं को मोटिवेट किया है।
डिस्कलकुलिया पीड़ित छात्र ले जा सकेंगे कैलकुलेटर
लर्निंग डिस्ऑर्डर डिस्कलकुलिया (गणितीय कौशल में कठिनाई) से पीडि़त छात्रों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की ओर से विशेष छूट दी जाएगी। ऐसे छात्र दसवीं व बारहवीं की बोर्ड परीक्षा में बेसिक कैलकुलेटर का इस्तेमाल कर पाएंगे। इसके लिए उन्हें 28 जनवरी तक स्कूल को प्रार्थना पत्र देना होगा। जिसे सत्यापित कर स्कूल दो फरवरी तक क्षेत्रीय कार्यालय को भेजेगा। जिसे कार्यालय दस फरवरी तक अप्रूवल देगा। बोर्ड ने कहा है कि इस सुविधा का अधिकाधिक प्रसार किया जा। ताकि जरूरतमंद को इसका लाभ मिल सके।
सीबीएसई बोर्ड द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया है कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को दी जाने वाली रियायत इस बार भी यथावत रहेंगी। सीबीएसई की गाइडलाइन के अनुसार दिव्यांग चाहें तो परीक्षा के लिए विशेष तौर पर रीडर या लेखक की मांग कर सकते हैं। शर्त यह है कि जो भी स्क्राइब दिया जाएगा, उसकी योग्यता संबंधित परीक्षार्थी के मुकाबले अधिक न हो। विशेष दिव्यांगों को परीक्षाओं में समय की छूट भी दी जाती है। तीन घंटे की परीक्षा में 60 मिनट, ढाई घंटे की परीक्षा में 50 मिनट, दो घंटे की परीक्षा में 40 मिनट और डेढ़ घंटे की परीक्षा में 30 मिनट का अतिरिक्त समय दिया जाता है।
परीक्षा में पारदर्शिता के लिए जियो टैग से मॉनिटरिंग
सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन(सीबीएसई) परीक्षा में पारदर्शिता लाने के लिए अब जियो टैग की मदद लेगा। प्रायोगिक परीक्षा की मॉनिटरिंग के लिए जियो टैग का इस्तेमाल किया जाएगा। इस बावत सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। परीक्षक को प्रायोगिक परीक्षा केंद्र पर पहुंचते ही बोर्ड को जियो टैग के साथ एक फोटो भेजनी होगी।
जियो टैग का इस्तेमाल किसी जगह की सही स्थिति पता करने के लिए किया है। जिसकी मदद से अब सीबीएसई को परीक्षा केंद्र की सही लोकेशन का पता चल जाएगा। परीक्षा के दौरान परीक्षक को तीन बार फोटो भेजनी होगी,जिसमें परीक्षक और निरीक्षक उपस्थिति भी दिखाई देनी चाहिए। यहीं नहीं परीक्षा खत्म होने पर बोर्ड को प्रायोगिक परीक्षा के नंबर भी भेजने होंगे। साथ ही प्रायोगिक परीक्षा की सभी प्रक्रियाएं एक ही दिन में पूरी करनी होंगी। परीक्षा खत्म होने के अगले दिन के लिए कोई बिंदु नहीं छोड़ा जाएगा।
परीक्षार्थियों के सामने खुलेंगे प्रश्नपत्र
सीबीएसई ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में पारदर्शिता के लिए कई अहम बदलाव किए है। इसके तहत अब परीक्षा के दौरान प्रश्नपत्र के बंडल परीक्षार्थियों के सामने ही खोले जाएंगे। इसके बारे में सभी परीक्षा केंद्रों को जानकारी दे दी गई है। बोर्ड की मानें तो प्रश्नपत्र लेने केंद्र अधीक्षक खुद जाएंगे। प्रश्नपत्र केंद्र तक पहुंचने और परीक्षार्थियों के सामने खोलने के दौरान उसकी मोबाइल से ट्रैकिंग होगी। केंद्र अधीक्षक के मोबाइल से प्रश्नपत्र कहां तक पहुंचा, इसकी ट्रैकिंग सीबीएसई द्वारा की जाएगी।
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