Karnataka SSLC Exam 2020: 10वीं की परीक्षाएं शुरु, परीक्षा केंद्रों पर लंबी लाइने, शिक्षा मंत्री ने लिया जायजा
Karnataka SSLC Exam 2020 छात्रों को दो घंटे पहले आने के निर्देश दिये गये थे। विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर चेकिंग के कारण लंबी लाइने देखी गयीं।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Karnataka SSLC Exam 2020:कर्नाटक सकेंड्री एजुकेशन एग्जामिनेशन बोर्ड (केइसईईबी) की सकेंड्री कूल लीविंग सर्टिफिकेट (एसएसएलसी) की परीक्षाएं आज 25 जून के शुरु कर दी गयी हैं। परीक्षा के लिए राज्य सरकार द्वारा कड़े इंतजाम किये गये हैं। छात्रों को दो घंटे पहले आने के निर्देश दिये गये थे। विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर चेकिंग के कारण लंबी लाइने देखी गयीं। राज्य के शिक्षा मंत्री ने कुछ केंद्रों पर जाकर हालात का जायजा लिया। बोर्ड द्वारा जारी टाइमटेबल के अनुसार परीक्षाएं 3 जुलाई तक चलेंगी। परीक्षाओं के आयोजन के एक दिन पूर्व राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बी. श्रीरामुलु ने कल कहा था कि परीक्षाओं के दौरान सामाजिक दूरी का पालन करना और मास्क लगाना अनिवार्य होगा। साथ ही, कंटेनमेंट जोन से आने वाले परीक्षार्थियों को सावधानी के साथ परीक्षा में सम्मिलित होने दिया जाएगा।
केइसईईबी एसएसएलसी (10वी) बोर्ड परीक्षा 2020 को लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने जानकारी दी कि परीक्षा में लगभग 8,48,203 परीक्षार्थी सम्मिलित होंगे और परीक्षाओं के संदर्भ में उनकी और राज्य के शिक्षा मंत्री से पहले ही कई बैठकें हो चुकी हैं, जिसमें परीक्षाओं की तैयारी से लेकर महामारी के बीच हो रही परीक्षा के मद्देनजर आवश्यक सावधानियों पर चर्चाएं हुई हैं।
केइसईईबी 10वी बोर्ड परीक्षा 2020 के लिए मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 3209 परीक्षा केंद्र बनाये गये हैं और 6418 हेल्थ इंप्लॉयर्स को तैनात किया गया है जो कि परीक्षा के दौरान आवश्यक स्वास्थ्य सम्बन्धी सुरक्षा का पालन सुनिश्चित कराएंगे।
कर्नाटक एसएसएलसी परीक्षा 2020 को लेकर विरोध
वही दूसरी तरफ कर्नाटक एसएसएलसी परीक्षा 2020 के कल से आयोजन को लेकर छात्रों के पैरेंट्स ने चिंता जताई है और कई अभिभावकों ने परीक्षा को या तो स्थगित करने या कोविड-19 के संक्रमण की स्थिति में इलाज का खर्च उठाने की सरकार से मांग की है। स्वास्थ्य मंत्री द्वारा दी गयी जानकारी के ट्वीट पर कई यूजर्स ने विरोध किया है। कई यूजर्स ने सीबीएसई बोर्ड की बची परीक्षाओं के आयोजन पर चल रहे विवाद का हवाला देते हुए कहा कि जब केंद्रीय बोर्ड परीक्षाओं और प्रतियोगी परीक्षाओं को स्थगित किये जाने को लेकर विचार हो रहा है ऐसे राज्य बोर्ड परीक्षाएं क्यों आयोजित की जा रही हैं।