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IIT Delhi, IIT Madras: आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मद्रास में भी फेस टू फेस लेक्चर रद्द, पढ़ें पूरी डिटेल

IIT Delhi IIT Madras आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मद्रास ने भी कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर आगामी सेमेस्टर के लिए सभी फेस टू फेस लेक्चर रद्द कर दिए हैं।

By Rishi SonwalEdited By: Published: Mon, 29 Jun 2020 12:07 PM (IST)Updated: Mon, 29 Jun 2020 12:07 PM (IST)
IIT Delhi, IIT Madras: आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मद्रास में भी फेस टू फेस लेक्चर रद्द, पढ़ें पूरी डिटेल
IIT Delhi, IIT Madras: आईआईटी दिल्ली और आईआईटी मद्रास में भी फेस टू फेस लेक्चर रद्द, पढ़ें पूरी डिटेल

IIT Delhi, IIT Madras: भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, आईआईटी बॉम्बे (IIT Bombay) ने हाल ही में घोषणा की थी कि आगामी सेमेस्टर के लिए फेस टू फेस कक्षाओं का संचालन नहीं करेगा। चूंकि महामारी की इस दौर में भौतिक कक्षाएं एक स्वास्थ्य जोखिम पैदा करती हैं और जीवन से अधिक महत्वपूर्ण कुछ नहीं है, इसलिए कक्षाएं केवल ऑनलाइन माध्यमों से आयोजित की जाएंगी। अब इसमें दो और आईआईटी, आईआईटी दिल्ली (IIT DELHI) और आईआईटी मद्रास (IIT Madras) शामिल हो गए हैं।

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आईआईटी दिल्ली के साथ-साथ आईआईटी मद्रास ने भी कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर आगामी सेमेस्टर के लिए सभी फेस टू फेस लेक्चर रद्द कर दिए हैं। संस्थान अपने सभी कार्यक्रम केवल ऑनलाइन मोड के माध्यम से संचालित करेंगे। आईआईटी दिल्ली ने इस वर्ष दिसंबर से पहले अपना कैंपस नहीं खोलने का निर्णय लिया है। संस्थान के निदेशक रामगोपाल राव ने कहा है कि हमारे पास इस वर्ष के लिए कोई विकल्प नहीं है। हम उपसमिति की रिपोर्ट का पालन करेंगे, जो आगामी सेमेस्टर के लिए कक्षाएं संचालित करने के लिए ऑनलाइन मोड की सिफारिश करती है।

बता दें कि कोरोनवायरस वायरस महामारी के मद्देनजर छह आईआईटी की एक उपसमिति द्वारा एक रिपोर्ट तैयार की गई थी। इसे जून में आईआईटी परिषद की स्थायी समिति को सौंपा गया है। वहीं रिपोर्ट ने सुझाव दिया है कि जेईई मेन में प्रवेश अनुसूची के अनुसार होना चाहिए और दिसंबर 2020 से जनवरी 2021 में नए कार्यक्रम को शुरू करने के लिए साक्षात्कार ऑनलाइन ही आयोजित किए जाने चाहिए। हालांकि, आईआईटी द्वारा अक्टूबर 2020 में फिर से स्थिति की समीक्षा की जाएगी।

बता दें कि हाल ही में आईआईटी खड़गपुर ने भी छात्रों को कैंपस हॉस्टल खाली करने को कहा था। लगभग 400 छात्र कैंपस हॉस्टल में फंस गए थे और उन्हें 20 जून तक खाली करने के लिए कहा गया था, ताकि सितंबर में वापस आ सकें। वहीं आईआईटी खड़गपुर के रजिस्ट्रार बी एन सिंह ने कहा था कि यदि उन्हें तुरंत शिफ्ट करने में किसी प्रकार की परेशानी होती है, तो हम उन्हें मजबूर नहीं कर सकते।


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