IAMAI Report 2020: ऑनलाइन शिक्षा को सक्षम करने के लिए क्लाउड सेवाओं को अपनाने की जरुरत : IAMAI
IAMAI Report 2020 बाधा से उबरने और समाज के सभी वर्गों में निर्बाध शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए NSDC और Amazon Web Services (AWS) के सहयोग से इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा डिजिटाइजेशन ऑफ एजुकेशन इकोसिस्टम रिपोर्ट प्रकाशित की गई।
IAMAI Report 2020: इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (IAMAI) ने हाल ही में एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। जिसमें कहा गया है कि महामारी की शुरुआत ने स्कूलों और कॉलेजों को विशेष तौर पर प्रभावित किया है। क्योंकि इस वजह से स्कूलों व कॉलेजों के मूल रूप से संचालन बंद हो गए हैं। लंबे समय तक लॉकडाउन में विशेष रूप से स्कूलों और कॉलेजों के मामले में, कमजोर तकनीकी तत्परता को देखा गया। क्योंकि यहां ऑनलाइन लर्निंग के लिए बुनियादी ढांचे का अभाव था। खास तौर पर जहां K-12 में 15 से 20 प्रतिशत स्कूलों में वर्किंग कंप्यूटर था।
बाधा से उबरने और समाज के सभी वर्गों में निर्बाध शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए, NSDC और Amazon Web Services (AWS) के सहयोग से इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा डिजिटाइजेशन ऑफ एजुकेशन इकोसिस्टम रिपोर्ट प्रकाशित की गई। जिससे यह जानकारी मिली कि ऑनलाइन शिक्षा को सक्षम करने में कंटेंट डिजिटाइजेशन, स्टोरेज, डेटा सिक्योरिटी और बड़े पैमाने पर वितरण के लिए समाधान करते समय क्लाउड आधारित बुनियादी ढ़ांचा एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, विशिष्ट शिक्षा आवश्यकताओं के लिए टेक्नोलॉजी समाधानों को सक्षम करने में क्लाउड सेवा प्रदाताओं ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। जैसे-जैसे शिक्षण संस्थानों में टेक्नोलॉजी मुख्य धारा बनती है, संस्थान और टेक्नोलॉजी को क्लाउड पावर को अनलॉक करने और बड़े पैमाने पर तकनीकी रूप से सुरक्षित और कुशल समाधान प्रदान करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि नीति निर्माताओं के लिए, सबसे महत्वपूर्ण समस्या बढ़ते डिजिटल डिवाइड को एड्रेस करना है। मध्य-उच्च आय वाले परिवारों को बड़े पैमाने पर उपकरणों का उपयोग करने और टेक्नोलॉजी की वेव का नेतृत्व करने से बहुत फायदा हुआ है। इससे शिक्षा का लोकतांत्रिकरण हुआ। लेकिन, निम्न आय वर्ग से संबंधित जनसंख्या का विशाल वर्ग शिक्षा के डिजिटलीकरण से होने वाले लाभों को प्राप्त नहीं कर सका है। रिपोर्ट में बताया गया है कि जैसे-जैसे तकनीक को मुख्यधारा मिलती है, नीति-निर्माताओं को शिक्षा में डिजिटल डिवाइड को सीमित करने पर ध्यान देना चाहिए। स्कूलों और माता-पिता दोनों के लिए उपकरणों तक पहुंच को बढ़ाना होगा। डिजिटल लाभ उठाने के लिए शिक्षक की जवाबदेही स्थापित करनी होगी और सभी छात्रों को इसका लाभ प्राप्त होने पर ध्यान देना होगा।