Move to Jagran APP

Final Year University Exams 2020: अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर यूजीसी गाइडलाइंस को चुनौती देने वाली याचिक पर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई

Final Year University Exams 2020 अंतिम वर्ष या अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं की अनिवार्यता को चुनौती देने वाली इस याचिका पर अब सुनवाई अगले दो दिनों में की जाएगी।

By Rishi SonwalEdited By: Published: Thu, 23 Jul 2020 04:30 PM (IST)Updated: Thu, 23 Jul 2020 04:45 PM (IST)
Final Year University Exams 2020: अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर यूजीसी गाइडलाइंस को चुनौती देने वाली याचिक पर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई
Final Year University Exams 2020: अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर यूजीसी गाइडलाइंस को चुनौती देने वाली याचिक पर सुप्रीम कोर्ट में होगी सुनवाई

नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। Final Year University Exams 2020: उच्चतम न्यायालय ने विश्वविद्यालयों में अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को लेकर यूजीसी द्वारा हाल ही में जारी गाइंडलाइंस को चुनौती देने वाली याचिका की सुनवाई करने की सहमति दे दी है। कोविड-19 के दौर में देश भर के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों और अन्य उच्च शिक्षा संस्थानों में अंतिम वर्ष या अंतिम सेमेस्टर की परीक्षाओं की अनिवार्यता को चुनौती देने वाली इस याचिका पर अब सुनवाई अगले दो दिनों में की जाएगी।

loksabha election banner

जस्टिस नागेश्वर राव की पीठ ने यूजीसी का पक्ष रख रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की दलील कि समान याचिका को जस्टिस अशोक भूषण की पीठ में हाल ही में 18 जुलाई पहले ही खारिज किया जा चुका है, सुनने के बाद मामले की सुनवाई जस्टिस अशोक भूषण की पीठ में किये जाने को कहा है।

बता दें कि विभिन्न विश्वविद्यालयों के 31 छात्रों ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के 6 जुलाई के सर्कुलर, जिसमें अंतिम वर्ष की परीक्षाओं को 30 सितंबर तक कराने को कहा गया है, को रद्द करने की मांग को लेकर सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। छात्रों की मांग है कि अंतिम वर्ष या सेमेस्टर की परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए और छात्रों के रिजल्ट उनके इंटर्नल एसेसमेंट या पास्ट पर्फार्मेंस के आधार पर तैयार किये जाने चाहिए। लगभग 13 राज्यों एवं एक संघ शासित क्षेत्र के छात्रों द्वारा याचिका में मांग की गयी है कि उनकी मार्कशीट को 31 जुलाई से पूर्व जारी कर दिये जाएं।याचिका दायर करने वाले 31 छात्रों में से एक कोरोना पॉजिटिव है और मांग की है कि सीबीएसई की तर्ज पर परीक्षाओं को बाद में आयोजित करने का विकल्प दिया जाए।

वहीं दूसरी तरफ, यूजीसी की तरफ से कहा गया कि 51 केंद्रीय विश्वविद्यालयों, 355 राज्य विश्वविद्यालयों, 291 निजी विश्वविद्यालयों और 121 डीम्ड विश्वविद्यालयों समेत कुल 818 विश्वविद्यालयों से परीक्षाओं के आयोजन को लेकर प्रतिक्रियायें प्राप्त हो चुकी हैं। इनमें से 603 ऐसे विश्वविद्यालय हैं जिन्होंने या तो परीक्षाएं आयोजित कर ली हैं या आयोजन की तैयारी कर रहे हैं। ये परीक्षाएं ऑनलाइन या ऑफलाइन या दोनो माध्यमों से ली गयी हैं, लिये जाने की योजना है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.