#EducationMinisterGoesLive: एक लाख करोड़ शिक्षण संस्थानों के विकास के लिए, जानें शिक्षा मंत्री के शिक्षकों के साथ वेब इंटेरैक्शन की महत्वपूर्ण बातें
,EducationMinisterGoesLive एक लाख करोड़ शिक्षण संस्थानों के लिए विकास के लिए कई योजनाओं के माध्यमों से दी जाएगी। यह वर्ष 2022 तक दी जानी है।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। #EducationMinisterGoesLive: लॉक डाउन के दौरान ऑनलाइन टीचिंग को लेकर आ रही चुनौतियों को लेकर देश के शिक्षकों से उनकी समस्याओं को जाननें और उसके लिए संभावित समाधान के लिए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक आज देश भर के विभिन्न विभिन्न शिक्षकों से सीधे ऑनलाइन वेब इंटेरैक्शन किया।
आज दोपहर 12 बजे से शुरु हुए एक घंटे छह मिनट चले इस ऑनलाइन वेब इंटेरैक्शन के दौरान एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि एक लाख करोड़ शिक्षण संस्थानों के लिए विकास के लिए कई योजनाओं के माध्यमों से दी जाएगी। यह वर्ष 2022 तक दी जानी है। इनमें से 40 हजार करोड़ की राशि पहले ही आवंटित की जा चुकी है।
शिक्षा मंत्री के साथ शिक्षकों के लाइव इंटरैक्शन की महत्वपूर्ण बातें
-NIOS डिग्री विवाद के मामले में कहा कि, “कोर्ट के फैसले का हम सम्मान करते हैं।“
-ज्ञान, विज्ञान और अनुसंधान के साथ प्रौद्योगिकी के साथ नई शिक्षा नीति नये भारत के निर्माण में आधार बनेगी।
-माय बुक माय फ्रेंड अभियान से जुड़ें और अन्य शिक्षकों को भी जुड़ें।
-नवोदय विद्यालय की लंबित भर्ती प्रक्रिया को लॉक डाउन के बाद शुरू की जाएगी।
-यूजीसी नेट 2020 की परीक्षा की तिथि की घोषणा जल्द की जाएगी।
-नेतृत्व करने वाले शिक्षकों की प्रशासनिक क्षमता बढ़ाने के लिए लीडरशिप प्रोग्राम बनाया गया है।
-एक लाख करोड़ शिक्षण संस्थानों के लिए विकास के लिए कई योजनाओं के माध्यमों से दी जाएगी। यह वर्ष 2022 तक दी जानी है।
-अध्यापक का जीवन मंहत्वपूर्ण है।
-यूजीसी एक टास्क फोर्स बनाये जो कि कॉलेजों के स्कूल खुलने पर सोशल डिस्टैसिंग समेत विभिन्न दिशा-निर्देश बनाकर जारी करे।
-ऐसे ही, एनसीईआरटी को भी ऐसी ही गाईडलाइन बनाने के कहा गया था कि स्कूल खुलने पर सोशल डिस्टैसिंग का कैसे पालन हो, इस पर दिशा-निर्देश बनाये। इसके बाद परिषद ने रिपोर्ट सबमिट कर दी है। इन पर विचार किया जा रहा है और स्कूल खुलने से पहले जारी कर दिए जाएंगे।
-मूल्यांकन कर शिक्षकों को नये शैक्षणिक सत्र की तैयारी नहीं करनी हैं, क्योंकि यह पहले से ही मुश्किल कार्य है।
-हमारे पास दीक्षा में 80000 से अधिक पाठ्यक्रम, ई-पाठशाला पर हजारों पाठ्यक्रम, स्वयंप्रभा पर पर लाखों पाठ्य समाग्री, स्कूल उच्च शिक्षा औऱ तकनीकी शिक्षा के लिए आदि ऑनलाइन रिसोर्सेस उपलब्ध हैं।
-निष्ठा योजना के जरिए हम 42 लाख से ज्यादा शिक्षकों को ट्रेनिंग दी जा रही है
इससे पहले, ‘आचार्य देवो भव:’ के तौर पर लिये जा रहे इस लाइव ऑनलाइन वेब इंटेरैक्शन के लिए शिक्षा मंत्री के साथ-साथ मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से अपडेट जारी करते हुए ज्यादा से ज्यादा शिक्षकों को इंटेरैक्शन में जुड़ने के लिए प्रेरित किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने अपने ट्वीटर हैंडल के माध्यम से बुधवार को देश भर के शिक्षकों संबोधित करते हुए कहा, “कोविड-19 के इस संकट के समय आपके जेहन में कई प्रश्न, उलझने और सुझाव होंगे। मै 14 मई, 12 pm को आपसे संवाद स्थापित करूंगा। आप #EducationMinisterGoesLive के साथ मेरे ट्विटर @DrRPNishank व मंत्रालय के ट्विटर @HRDMinistry को टैग/मेंशन कर अपने सुझाव साझा कर सकते हैं।“
शिक्षा मंत्री और एचआरडी मिनिस्ट्री के ट्वीटर हैंडल से साझा की गयी ऑनलाइन वेब इंटेरैक्शन के बारे में जानकारी के रिस्पांस में कई सारे यूजर्स ने पहले से ही प्रतिक्रियायें देनी शुरू कर दी हैं। इनमें से ज्यादातर समस्यायें जहां विभिन्न राज्यों में शिक्षकों की भर्ती या उनके न मिलने वाले वेतन से जुड़ी हैं, वहीं, आज होने वाली चर्चा के विषय के बारे में कही यूजर्स सुझाव देते नजर आ रहे हैं।
बता दें कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री ने इससे पहले फेसबुक और ट्वीटर के जरिए देश भर के पैरेंट्स के साथ-साथ अन्य स्टेकहोल्डर्स के साथ और फिर बाद में एक अन्य लाइव वेब इंटेरैक्शन में सिर्फ छात्रों के साथ संवाद किया था। इन दोनों ही अवसरों पर काफी सारे यूजर्स ने भाग लिया था और शिक्षा मंत्री से प्रश्न किये थे। छात्रों के साथ इंटेरैक्शन में शिक्षा मंत्री ने जेईई मेन, सीबीएसई के बचे पेपरों, नीट, आदि परीक्षाओं की तिथियों के बारे में महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की थीं।