CBSE ने कक्षा 6 से 12 के लिए कोडिंग और डाटा साइंस को कोर्स में किया शामिल, माइक्रोसॉफ्ट ने किया सहयोग
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई ने 2021-2022 शैक्षणिक सत्र के लिए 6वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए दो नए कोर्स लॉन्च किए हैं।इसके मुताबिक इन कक्षाओं में डाटा साइंस और कोडिंग पाठ्यक्रम की शुरुआत की है। इसके तहत 6वीं से 8वीं तक की कक्षाओं को कोडिंग पढ़ाई जाएगी।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने 2021-2022 शैक्षणिक सत्र के लिए 6वीं से 12वीं तक की कक्षाओं के लिए दो नए कोर्स लॉन्च किए हैं। इसके मुताबिक इन कक्षाओं में डाटा साइंस और कोडिंग पाठ्यक्रम की शुरुआत की है। इसके तहत 6वीं से 8वीं तक की कक्षाओं को कोडिंग पढ़ाई जाएगी, जबकि 8 से 12वीं तक के स्टूडेंट्स को डाटा साइंस पढ़ाया जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट के सहयोग से यह पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे। सीबीएसई ने नई शिक्षा नीति, एनईपी 2020 को ध्यान में रखते हुए इन पाठ्यक्रमों काशुरू किया है। इन कोर्सेज उद्देश्य छात्रों में अगली पीढ़ी के कौशल का निर्माण करना है।
वहीं इस संबंध में शिक्षा मंत्री ने एक टवीट किया है। उन्होंने कहा, हमने नई शिक्षा नीति 2021 के तहत स्कूलों में कोडिंग और डेटा साइंस को लॉन्च करने का वादा किया था। आज मैं बेहद खुश हूं कि सीबीएसई ने माइक्रोसॉफ्ट के साथ मिलकर अपना वादा पूरा किया है।
Under #NEP2020, we promised to introduce coding & data science in schools. Today, I'm happy to see #CBSE fulfilling the promise right in the session of yr 2021 itself. In association with @Microsoft, @cbseindia29 is empowering India's future generations with new-age skills. Kudos pic.twitter.com/VJIWwi2GNW— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) June 4, 2021
वहीं इस संबंध में मीडिया रिपोर्ट में सीबीएसई के अध्यक्ष मनोज आहूजा ने कहा कि, कोडिंग और डेटा साइंस पर नया पाठ्यक्रम पाठ्यक्रम हमने माइक्रोसॉफ्ट के साथ साझेदारी में विकसित किया है। उन्होंने कहा कि, हम एक ऐसी दुनिया की तरफ बढ़ रहे हैं, जो टेक्नोलॉजी पर ज्यादा निर्भर होगा। इसलिए यह जरूरी है कि हम ऐसे स्किल्स लोग तैयार करें, जो इस युग में सफलता पा सकें। वहीं कोडिंग और डेटा साइंस में सप्लीमेंट्री पुस्तिकाओं को एनसीईआरटी पैटर्न और संरचनाओं के अनुसार डिजाइन किया गया है। स्कूली पाठ्यक्रम में कोडिंग और डेटा साइंस की शुरुआत शिक्षा में एक उभरती हुई प्रवृत्ति साबित होगी। इसके अलावा ज्यादा जानकारी के लिए स्टूडेंट्स आधिकारिक वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।