CBSE Board Exam 2021: ऑनलाइन नहीं, लिखित ही होगी परीक्षाएं, प्रैक्टिकल के लिए हो सकते हैं ‘अल्टरनेटिव्स’, बोर्ड ने दी ये जानकारी
CBSE Board Exam 2021 बोर्ड एग्जाम 2021 के सम्बन्ध में पहली आधिकारिक सूचना दी गयी। सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर स्पष्ट किया कि 10वीं और 12वीं के एग्जाम ‘जब और जैसे’ भी आयोजित किये जाएंगे वे परंपरागत लिखित फॉर्मेट में ही होंगे न कि ऑनलाइन मोड में।
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। CBSE Board Class 10 & 12 Exam 2021: सोशल मीडिया पर सीबीएसई की सेकेंड्री और सीनियर सेकेंड्री कक्षाओं के शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए आयोजित की जाने वाली परीक्षाओं की तिथियों, फॉर्मेट, प्रैक्टिकल एग्जाम, आदि को लेकर लगायी जा रही अटकलों को बोर्ड ने समाप्त कर दिया है। सीबीएसई बोर्ड द्वारा बुधवार, 2 दिसंबर 2020 को बोर्ड एग्जाम 2021 के सम्बन्ध में पहली आधिकारिक सूचना दी गयी। सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षाओं को लेकर स्पष्ट किया कि 10वीं और 12वीं के एग्जाम ‘जब और जैसे’ भी आयोजित किये जाएंगे, वे परंपरागत लिखित फॉर्मेट में ही होंगे, न कि ऑनलाइन मोड में। हालांकि, बोर्ड की तरफ से सीबीएसई डेटशीट 2021 को लेकर कहा गया कि अभी तक 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं के लिए टाइम-टेबल फाइनल नहीं किया गया है।
वर्ष 2021 में होने वाली सीबीएसई बोर्ड परीक्षाओं को लेकर समाचार एजेंसी पीटीआई को सीबीएसई बोर्ड के डॉ. जोसेफ ईमैनुअल, डायरेक्टर (एकेडेमिक्स) ने कहा, “परीक्षाओं की तिथियों को लेकर कोई भी अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। इसके लिए सभी स्टेकहोल्र्डर्स से परामर्श की प्रक्रिया फिलहाल जारी है। परीक्षाएं जब भी आयोजित होंगी, वे ऑफलाइन मोड में ही होंगी। साथ ही, परीक्षाओं के दौरान कोविड-19 महामारी से सम्बन्धित नियमों का पालन करना होगा।“
प्रैक्टिकल परीक्षाओं के लिए हो सकते हैं ‘अल्टरनेटिव्स’
डॉ. ईमैनुअल ने सीबीएसई प्रैक्टिकल एग्जाम 2021 को लेकर जानकारी दी कि यदि स्टूडेंट्स बोर्ड परीक्षाओं से पहले प्रैक्टिकल के लिए स्कूल में उपस्थित नहीं हो पाते हैं तो हमें प्रायोगिक परीक्षाओं के लिए ‘अल्टरनेटिव्स’ यानि वैकल्पिक व्यवस्थाओं की तलाश करनी होगी।
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ऑनलाइन कक्षाओं से वंचित 30 फीसदी छात्र
कोविड-19 महामारी के बीच घर से ऑनलाइन कक्षाएं लेने को मजूबर स्टूडेंट्स के बारे में डॉ. ईमैनुअल ने कहा कि सीबीएसई से सम्बद्ध लगभग 90 फीसदी स्कूल ऑनलाइन माध्यमों से जुड़े हुए हैं और इसलिए वे ऑनलाइन क्लासेस संचालित करने में सक्षम हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि कुल पंजीकृत छात्र-छात्राओं में से 30 फीसदी ऑनलाइन कक्षाएं नहीं ले पा रहे हैं। इस चुनौती से निपटने के लिए सीबीएसई बोर्ड की तरफ से ऐसे स्टूडेंट्स पर विशेष ध्यान देने, आसान व संक्षिप्त नोट्स उपलब्ध कराने और फोन पर उनके डाउट्स को क्लीयर करने के निर्देश दिये गये हैं। बोर्ड द्वारा स्कूलों में ‘पीयर लर्निंग’ को भी बढ़ावा दिया जा रहा है, जिसके अंतर्गत सीनियर कक्षाओं के छात्र जूनियर स्टूडेंट्स को लर्निंग में मदद कर रहे हैं।