Ranchi: मनी लांड्रिंग मामले में दिलीप घोष और अमित अग्रवाल ED की विशेष अदालत में पेश, 5 दिन की मांगी रिमांड
झारखंड में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल व जगतबंधु टी इस्टेट के निदेशक दिलीप घोष को एक दिन पहले गिरफ्तार कर ईडी ने गुरुवार को विशेष अदालत में प्रस्तुत किया।
राज्य ब्यूरो, रांची: झारखंड में सेना के कब्जे वाली 4.55 एकड़ जमीन की फर्जी तरीके से खरीद-बिक्री मामले में कोलकाता के कारोबारी अमित अग्रवाल व जगतबंधु टी इस्टेट के निदेशक दिलीप घोष को एक दिन पहले गिरफ्तार कर ईडी ने गुरुवार को विशेष अदालत में प्रस्तुत किया।
शुक्रवार को होगी सुनवाई
कोर्ट के आदेश पर दोनों को रांची के होटवार स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में भेज दिया गया है। ईडी ने दोनों को पांच दिनों की रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में आवेदन दिया है, जिसपर शुक्रवार को सुनवाई होगी।
ईडी ने रिमांड आवेदन में बताया है कि सेना के कब्जे वाली जमीन को फर्जी तरीके से खरीदने वाला दिलीप घोष जगतबंधु टी इस्टेट का निदेशक है, जबकि अमित अग्रवाल उक्त कंपनी दूसरा संचालक है।
इस खाते में करोड़ों की मनी लांड्रिंग
इस कंपनी ने पांच सितंबर 2022 को आइडीएफसी फर्स्ट बैंक में खाता नंबर 10060532973 खोला था। इस खाते से अमित अग्रवाल ने करोड़ों की मनी लांड्रिंग की थी।
इस खाते में 16 अक्टूबर 2020 से 25 जुलाई 2022 तक कुल चार करोड़ 69 लाख 80 हजार रुपये जमा हुए और तुरंत 4 करोड़ 13 लाख 87 हजार रुपये मेसर्स राजेश आटो मर्केंडाइज प्राइवेट लिमिटेड के खाते में स्थानांतरित हो गए।
यह कंपनी अमित कुमार अग्रवाल की है। जगतबंधु टी इस्टेट के खाते में नकदी जमा करने वाले विकास जैन व दीपक साहा भी अमित अग्रवाल के ही कर्मी थे।
7 करोड़ के सौदे में 25 लाख के भुगतान की ही पुष्टि
ईडी ने अनुसंधान में पाया कि सेना के कब्जे वाली जमीन के फर्जी रैयत प्रदीप बागची ने 20.75 करोड़ रुपये की सरकारी दर वाली उक्त जमीन को महज सात करोड़ रुपये में जगतबंधु टी इस्टेट के निदेशक दिलीप घोष को बेच दी थी।
अनुसंधान में प्रदीप बागची को केवल 25 लाख रुपये के भुगतान की ही पुष्टि हो पाई है। इसके अलावा आइडीएफसी फर्स्ट बैंक के 11 चेक नंबर से शेष राशि का भुगतान जमीन की डीड पर दिखाया गया है।
सभी चेक का सत्यापन हुआ तो सभी चेक फर्जी मिले हैं। हालांकि, डीड पर यह लिखा हुआ है कि सात करोड़ रुपये के भुगतान को विक्रेता ने पुष्ट किया है।
इस आधार पर ED ने दर्ज की थी ECIR
रांची के बरियातू थाने में रांची नगर निगम के टैक्स कलेक्टर दिलीप शर्मा की शिकायत पर चार जून 2022 एक प्राथमिकी दर्ज हुई थी। इसमें सेना के कब्जे वाली जमीन के फर्जी रैयत प्रदीप बागची पर जाली कागजात के आधार पर दो-दो होल्डिंग लेने का आरोप लगा था।
इसी एफआइआर के आधार पर ईडी ने ईसीआइआर 18/2022 दर्ज की थी। इसके बाद ही छानबीन में बड़ा खुलासा हुआ कि जमीन के मूल दस्तावेज में छेड़छाड़ कर जमीन की बिक्री की गई। मूल दस्तावेज का फोरेंसिक लैब गांधीनगर में सत्यापन कराया गया था, जिसमें फर्जीवाड़ा की पुष्टि हुई थी।
कब-कब जगतबंधु के खाते में जमा हुए कितने रुपए
- 16 अक्टूबर 2020 : दीपक साहा ने तीन बार में 25 लाख रुपये जमा किया। सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 19 अक्टूबर 2020 : विकास जैन ने तीन बार उक्त खाते में 20 लाख रुपये जमा किया। रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 28 अक्टूबर 2020 : विकास जैन ने उक्त खाते में दस लाख जमा किया। रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 29 अक्टूबर 2020 : विकास जैन ने उक्त खाते में दस लाख रुपये जमा किया, सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 4 नवंबर 2020 : विकास जैन ने पांच लाख रुपये जमा किया, सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 6 नवंबर 2020 : विकास जैन ने 1.80 लाख जमा किया, रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 9 नवंबर 2020 : विकास जैन ने तीन लाख रुपये जमा किया, रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 10 नवंबर 2020 : विकास जैन ने तीन बार में 20 लाख रुपये जमा किए, सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 10 नवंबर 2020 : विकास जैन ने दो बार में दस लाख रुपये जमा किए, सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 11 नवंबर 2020 : विकास जैन ने दो बार में 15 लाख रुपये जमा किया, सभी रुपये राजेश आटो को रुपये स्थानांतरित।
- 16 नवंबर 2020 : विकास जैन ने सात लाख रुपये जमा किया, रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 27 नवंबर 2020 : तीन बार में 21 लाख जमा, दो बार में सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- एक दिसंबर 2020 : 1.88 लाख रुपये जमा, 1.87 लाख रुपये दीवान हाउसिंग फाइनेंस कारपोरेशन को स्थानांतरित।
- 7 जनवरी 2021 : खाते में 20 लाख रुपये नकदी जमा, खाते से सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 8 जनवरी 2021 : दस लाख रुपये जमा, सभी राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 23 फरवरी 2021 : दस लाख रुपये जमा, सभी राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 31 मार्च 2021 : चार लाख रुपये जमा, सभी राजेश आटो को स्थानांतरित।
- आठ अप्रैल 2021 : तीन लाख जमा, सभी रुपये स्थानांतरित।
- 19 मई 2021 : 15 लाख रुपये जमा, 14.90 लाख रुपये स्थानांतरित।
- 24 मई 2021 : पांच लाख रुपये जमा, सभी स्थानांतरित।
- 17 जून 2021 : दस लाख रुपये जमा, सभी स्थानांतरित।
- 19 जून 2021 : दस लाख रुपये जमा, सभी स्थानांतरित।
- 21 जून 2021 : पांच लाख रुपये जमा, सभी स्थानांतरित।
- दो जुलाई 2021 : 15 लाख रुपये जमा, सभी स्थानांतरित।
- 10 अगस्त 2021 : दस लाख जमा, 9.90 लाख स्थानांतरित।
- 26 अगस्त 2021 : 20 लाख रुपये जमा, 19.90 लाख स्थानांतरित।
- 13 सितंबर 2021 : मिहिजाम वनस्पति से 25 लाख जमा, सभी रुपये प्रदीप बागची को स्थानांतरित।
- 10 नवंबर 2021 : 20 लाख रुपये जमा, राजेश आटो को 19.90 लाख स्थानांतरित।
- 17 नवंबर 2021 : 3.05 लाख जमा, 3.03 लाख प्रोविडेंट फंड में स्थानांतरित।
- सात जनवरी 2022 : राजेश आटो से दस लाख जमा, नकदी की निकासी।
- 15 फरवरी 2022 : 20 लाख रुपये नकदी जमा, राजेश आटो को सभी रुपये स्थानांतरित।
- 16 फरवरी 2022 : 20 लाख रुपये जमा, सभी रुपये स्थानांतरित।
- 28 फरवरी 2022 : 40 लाख रुपये जमा, सभी रुपये अनूप टी कंपनी को आरटीजीएस।
- 02 मार्च 2022 : 30 लाख रुपये जमा, सभी रुपये राजेश आटो को स्थानांतरित।
- 30 मार्च 2022 : 2.50 लाख रुपये जमा, दो लाख रुपये निकले।
- चार अप्रैल 2022 : 15 लाख जमा, सभी रुपये निकले।
- 14 जून 2022 : 25 लाख जमा, उसी दिन निकले।
- 15 जून 2022 : 20 लाख रुपये जमा, सभी रुपये स्थानांतरित।
- 25 जुलाई 2022 : दस लाख रुपये जमा, 5.53 लाख अरोड़ा स्टूडियो व 4.47 लाख रुपये राजेश ऑटो को स्थानांतरित।